अप्रैल मई के महीने में आलू की खुदाई और गेहूं की कटाई होती है जिसके बाद खेत खाली हो जाता है अप्रैल में खेत को खाली छोड़ने के बजाए इस फसल की बुवाई कर सकते है तो चलिए जानते है कौन सी फसल की खेती है।
कटाई के बाद इस फसल की करें बुवाई
अरहर की खेती बहुत लाभकारी होती है आज हम आपको अरहर की एक उन्नत और लोकप्रिय किस्म के बारे में बता रहे है ये किस्म अधिक उपज देने वाली होती है और कई रोगों के प्रति प्रतिरोधक क्षमता के साथ कॉम्पैक्ट पौधे प्रकार के लिए जानी जाती है। आप इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई कर सकते है। लोग इसका सेवन करना बहुत पसंद करते है क्योकि इसके बीजों में उच्च प्रोटीन सामग्री होती है जो सेहत को फ़ीट रखती है हम बात कर रहे है अरहर की आईपीए 203 किस्म की खेती की ये अरहर की एक लंबी अवधि की किस्म है जो उच्च उपज लिए जानी जाती है। ये विल्ट एसएमडी और फाइटोफ्थोरा ब्लाइट पैदा करने वाले रोगजनकों के अधिकांश प्रकारों के प्रति प्रतिरोधी है।

कैसे करें खेती
अगर आप अरहर की आईपीए 203 किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। अरहर की आईपीए 203 किस्म की खेती के लिए पहले खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए फिर मिट्टी में गोबर की खाद डालनी चाहिए। इसकी बुवाई के लिए इस किस्म के बीजों का चयन करना चाहिए इसके बीज आपको बाजार में आसानी से मिल जाएंगे। बुवाई के बाद अरहर की आईपीए 203 किस्म की फसल करीब 246 दिनों में पक जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप अरहर की आईपीए 203 किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत अधिक उपज देखने को मिलेगी एक हेक्टेयर में अरहर की आईपीए 203 किस्म की खेती करने से करीब 18 से 20 क्विंटल तक पैदावार हो सकती है आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है। ये अरहर की एक उच्च उपज देने वाली लोकप्रिय किस्म है।