70 दिन में एक एकड़ से 1.5 लाख कमाना है तो लगाएं धनिया, जानिये धनिया की खेती कब कैसे करें।
70 दिन में एक एकड़ से 1.5 लाख की कमाई
अगर आप दो महीने की फसल यानी की 70 दिन की फसल से अच्छी खासी कमाई करना चाहते हैं वह भी कम जमीन में तो धनिया की खेती कर सकते हैं। एक एकड़ से एक से डेढ़ लाख रुपए तक की कमाई हो जाएगी। वह भी 70 दिन के भीतर तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि धनिया की खेती में किन बातों का ध्यान रखना चाहिए और धनिया की खेती कैसे कर सकते हैं कैसी वैरायटी चुनना चाहिए।
धनिया की खेती में किन बातों का ध्यान रखे
यहां पर हम सबसे पहले बात कर लेते हैं धनिया की खेती में किन बातों का ध्यान रखना है तो सबसे पहले आपको बीज बुवाई का ध्यान रखना है, किस समय पर बीज बुवाई करना है और कौन से बीज हमें बोना है। उसके बाद खेत की तैयारी कैसे करनी है। बीजों की बुवाई का तरीका क्या होगा। खाद कौन सी धनिया की फसल में डालना है, रोग कौन से लगते हैं उनका निवारण क्या है। इन सब चीजों के बारे में अपने क्षेत्र के जलवायु और मिट्टी की क्वॉलिटी के आधार पर आपको पता कर लेना चाहिए।
धनिया कौन सी वेरायटी लगाएं
धनिया की खेती में पत्ती की बिक्री करने के लिए हमें हाइब्रिड वैरायटी लगाना चाहिए। जिसमें RK सीड्स, नामधारी सीड्स बढ़िया है। इसके अलावा आप अपने क्षेत्र के हिसाब से भी देख सकते हैं कौन सी वैरायटी बढ़िया रहेगी। हाइब्रिड में क्या है कि यह ज्यादा समय तक रहती है। तीन-चार कटाई आप ले लेंगे उसके बाद उसमें फूल देखने को मिलेंगे। जिसमें धनिया की खेती का समय देखें तो अभी अक्टूबर के पहले सप्ताह में बुवाई कर सकते है।
कैसे करें धनिया की बुवाई
- खेत तैयार करने की बात कर लेते हैं तो आपको बढ़िया से खेत जोतना है एक दो बार ।
- रोटावेटर चला कर खेत को समतल कर देना है।
- अगर आपको जैविक खेती करना है तो खेत तैयार करते समय 3 से 4 क्विंटल वर्मी कंपोस्ट खाद डाल सकते हैं।
- फिर क्यारी बनाना है क्यारी की चौड़ाई 4 से 5 फिट रख सकते हैं।
- फिर छिड़काव विधि से आप बीजों की बुवाई कर सकते हैं।
- इसके बाद मिट्टी की एक लेयर चढ़ा देंगे बीजों के ऊपर।
- इसके बाद सिंचाई करनी है।
- एक सप्ताह में अंकुरण आपको दिखाई देगा।
- जब तक अंकुरित ना हो जाए बीज, खेत में नमी बनाए रखना है।
- अगर आप नहीं चाहते कि एक साथ पूरे खेत में फसल कटाई को तैयार हो तो खेत को चार भाग में बाँट कर अलग-अलग हिस्से में 15 दिन के अंतराल में बीज बोयें। क्योकि अक्टूबर-नवंबर में इसकी बुवाई हो जाती है।
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