धान में पीलापन फंगस और कीट की समस्या को खत्म करेगा घर का घोल, घर में बनाने का यह है सरल तरीका

धान में पीलापन फंगस और कीट की समस्या को खत्म करेगा घर का घोल, घर में बनाने का यह है सरल तरीका। चलिए जानते हैं इसे बनाना कैसे हैं और यह किन चीजों से बनेगा।

धान की खेती

धान की खेती का सीजन चल रहा है। ज्यादातर किसान पारंपरिक खेती धान की खेती कर रहे हैं। लेकिन धान की खेती में भी इस समय कई तरह की समस्याएं खड़ी हो रही है। तो अगर आपने भी धान की खेती की है तो यह लेख आपके लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है। लेकिन पूरा लेख ध्यान से पढ़ना होगा। आधी अधूरी जानकारी से नुकसान भी हो सकता है।

यहां पर हम बात कर रहे हैं धान की खेती में अगर थ्रिप्स, फंगस या फिर पीलेपन और कीड़े मकोड़े की समस्या आ रही है तो उससे छुटकारा दिलाने के लिए एक जैविक घोल बनाना कैसे हैं। जिसमें आप घर में रखी चीजों का ही इस्तेमाल करेंगे। तो चलिए जानते हैं यह घोल किन चीजों से बनेगा, बनाने का तरीका क्या है और इसे इस्तेमाल कैसे करना है।

धान में किन समस्याओं को दूर करेगा यह‌ घोल

धान की खेती में अगर आपको फसल में पीलापन दिखाई दे रहा है या फंगस लग रहे हैं या फिर थ्रिप्स की समस्या आ रही है तो आप इस घोल का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल होंगे। जिससे फसल में सड़ने की समस्या को दूर किया जा सकेगा। पौधे सड़ेंगे नहीं, ना ही उनमें कीट लगेंगे और यह एकदम जैविक रहेगा। जिससे उन्हें किसी तरह का नुकसान भी नहीं होगा। लेकिन यहां पर आपको मात्रा का ध्यान रखना होगा।

किन चीजों से बनेगा यह शक्तिशाली घोल

इसे बनाने के लिए आपके पास तीन चीज होनी चाहिए। एक पानी, दूसरा लहसुन और तीसरा नीम की पत्ती जो आपके आसपास आसानी से मिल जाएगी। लहसुन आपकी रसोई घर से मिल जाएगी और पानी तो एक किसान के पास रहता ही है। लेकिन यहां पर हम धान की फसल के लिए घोल तैयार कर रहे हैं। इसलिए बड़े मात्रा में हमें इन चीजों की आवश्यकता होगी। जिसमें एक किलो नीम, ढाई सौ ग्राम लहसुन और 10 से 15 लीटर पानी। चलिए इसे बनाने का तरीका जानते हैं।

धान में पीलापन फंगस और कीट की समस्या को खत्म करेगा घर का घोल, घर में बनाने का यह है सरल तरीका

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इस घोल को कैसे बनाना है

इस घोल को बनाने के लिए आपको सबसे पहले नीम की पत्तियों को पीसना है। उसके बाद उसे 10 लीटर पानी में मिलाकर 24 घंटे के लिए छोड़ देना है। इसके बाद हम आते हैं लहसुन पर, लहसुन को भी आपको पीसना है और 5 लीटर पानी में मिलाकर 12 घंटे के लिए छोड़ देना है। इसके बाद फिर आपको इन चीजों को छानकर अलग-अलग रख लेना है चलिए अब जानते हैं फसलों में इसका इस्तेमाल कब और कैसे किसान भाई करेंगे।

घोल का इस्तेमाल फसलों में कब कैसे करें

इस घोल का इस्तेमाल करने से पहले हम आपको सावधान करना चाहते हैं कि इसकी मात्रा का आपको ध्यान रखना है। यह भी ध्यान देना है कि आप जब भी अगर पहली बार इस अर्क का इस्तेमाल करने जा रहे हैं तो खेत के एक छोटे से हिस्से में आप पहले से छिड़क दे अगर किसी तरह का प्रभाव दुष्प्रभाव दिखता है तो फिर बाकी की फसल में इस्तेमाल न करें। तो इसे इस्तेमाल करने का तरीका यह है कि आप 10 लीटर नीम का अर्क ले रहे हैं तो उसमें 5 लीटर लहसुन का अर्क लेना है और इन दोनों को 100 लीटर पानी में मिलाकर इस्तेमाल करना है।

जिसमें आपको धान की फसल में सुबह के समय या फिर शाम के समय देना है। क्योंकि उस समय धूप ज्यादा नहीं रहती है। इस तरह यहां पर आपको इसे बनाने इस्तेमाल करने आदि का तरीका बताया गया है। लेकिन इस्तेमाल करने से पहले आप टेस्ट कर ले छोटी सी जगह पर इसे डालकर देख ले। किसी तरह का दुष्प्रभाव दिखे तो आप इसका इस्तेमाल न करें। लेकिन अगर इससे फायदा होता है तो यह बहुत ही सरल और बढ़िया उपाय है।

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नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद