अगर देसी गाय की डेयरी खोलना चाहते हैं, तो सभी श्रेणियों के पशुपालकों को 2 से 4 पशुओं के पालन पर 50 से 75% तक की सब्सिडी दी जा रही है।
देसी गाय डेयरी में लाभ
देसी गाय डेयरी खोलकर अच्छी कमाई की जा सकती है। देसी गाय का दूध, घी, मक्खन, सब कुछ ऊँचे दामों पर बिकता है, जिससे इसमें ज़्यादा मुनाफ़ा होता है। इसीलिए राज्य सरकार दो या चार देसी गाय पालने पर 3.90 लाख रुपये तक की सब्सिडी दे रही है। तो आइए आपको इस योजना के बारे में बताते हैं।
देशी गौ पालन प्रोत्साहन योजना
देशी गौ पालन प्रोत्साहन योजना बिहार राज्य सरकार की एक योजना है। जिसमें देसी गाय पालन को प्रोत्साहित किया जा रहा है और 50 से 75% तक की सब्सिडी दी जा रही है। तो आइए नीचे दिए गए बिंदुओं के अनुसार जानते हैं कि किन लोगों को कितना अनुदान दिया जाएगा।
- सामान्य वर्ग के हितग्रहियों को दो गाय के पालन पर 50% अनुदान मिलता है, जिसमें 1 लाख 21 हज़ार रुपये का अनुदान मिलता है, जिसमें कुल खर्च 2,42,000 आता है, लेकिन सरकार इसका आधा हिस्सा वहन कर रही है। वहीं, अनुसूचित जनजाति और अति पिछड़ा वर्ग के लोग अगर दो गायों की डेयरी खोलते हैं, तो उन्हें 1,81,000 का अनुदान मिलता है, क्योंकि उन्हें 75% अनुदान मिल रहा है।
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- इसके अलावा, 4 देसी गायों की डेयरी खोलने पर अन्य वर्ग के लाभार्थियों को 50% अनुदान मिलता है, जिसमें उन्हें 260000 रुपये मिलते हैं, लेकिन अति पिछड़ा वर्ग, अनुसूचित जाति और जनजाति के पशुपालकों को 75% अनुदान यानी 3,90,000 रु मिलेंगे। यहाँ विभाग का कहना है कि कुल खर्च 5 लाख 20 हजार रु है, लेकिन यहाँ आधी से ज़्यादा आर्थिक मदद सरकार द्वारा दी जा रही है।
योजना का लाभ कैसे उठाएँ
यदि देसी गायों की डेयरी खोलने के लिए अनुदान लेना चाहिए है तो इसके लिए आवेदन करना होगा। आवेदन की अंतिम तिथि 25 जुलाई 2025 है। इसके लिए पशुपालन विभाग की इस आधिकारिक वेबसाइट https://dairy.bihar.gov.in/Default.aspx पर जा सकते हैं। इस योजना से संबंधित अधिक जानकारी जिला गव्य विकास अधिकारी या संबंधित जिले के गव्य विकास अधिकारी से प्राप्त की जा सकती है।