गर्मियों में जबरदस्त डिमांड के साथ बिकने वाली इस सब्जी की खेती किसानो के लिए बनी वरदान। ककड़ी एक महत्वपूर्ण सब्जी फसल है, जिसे गर्मियों में सलाद के रूप में उपयोग किया जाता है। इसे खुले खेतों और ग्रीनहाउस में उगाया जा सकता है। आइए इस खेती के बारे में विस्तार से बताते है।
ककड़ी की खेती के लिए जलवायु और मिट्टी
ककड़ी गर्म और आर्द्र जलवायु में अच्छी तरह बढ़ती है। अच्छे जल निकास वाली दोमट या बलुई दोमट मिट्टी सर्वोत्तम होती है। इसका pH मान लगभग 6.0-7.5 हो तो अच्छा होता है।
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ककड़ी की खेती कैसे करें
ककड़ी की खेती के लिए मिट्टी को अच्छी तरह जोतकर भुरभुरी बना लें। खेत में 15-20 टन गोबर की खाद प्रति हेक्टेयर डालें। 2-3 बार जुताई करें और पाटा लगाकर खेत समतल करें। गर्मी की फसल आप फरवरी-मार्च में निकाल सकते है और वर्षा की फसल आप जून-जुलाई में साथ ही सर्दी की फसल को आप सितंबर-अक्टूबर में निकाल सकते है।
कतार से कतार की दूरी लगभग 1.5-2 मीटर होनी चाहिए। पौधे से पौधे की दूरी लगभग 30-50 सेमी और बीज की गहराई लगभग 1.5-2 सेमी होनी चाहिए। गर्मियों में 4-5 दिन में एक बार सिंचाई करें। ड्रिप सिंचाई सबसे प्रभावी होती है। बीज बोने के 40-50 दिन बाद फल तुड़ाई के लिए तैयार हो जाते हैं। इसका उत्पादन लगभग 15-20 टन/हेक्टेयर होता है।
ककड़ी से कमाई
ताजी ककड़ी की मांग अधिक रहती है, विशेषकर गर्मियों में। स्थानीय मंडियों, सुपरमार्केट और ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर बिक्री कर सकते हैं। ककड़ी की खेती में लगभग आपको एक एकड़ में लगभग 50 हजार रूपए लागत आती है वही कमाई लगभग 150000 लाख रूपए हो जाती है।
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