सर्दियों के दिनों में इस दाल की खेती बहुत लाभकारी होती है इसकी डिमांड बाजार में खूब होती है तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानते है कौन सी दाल की खेती है और कैसे की जाती है।
इस दाल की खेती बना देगी लखपति
किसानों के लिए इस दाल की खेती बहुत फायदेमंद होती है क्योकि इसकी मांग बाजार में खूब होती है लोग इस दाल को खाना बहुत पसंद करते है इसका स्वाद खाने में बहुत लाजवाब होता है और सेहत के लिए भी बहुत अच्छी होती है। इसकी खेती में लागत बहुत कम और मुनाफा बहुत ज्यादा होता है। आप इस दाल की खेती से बहुत अच्छी कमाई कर सकते है। हम बात कर रहे है मसूर दाल की खेती की इसकी खेती बहुत फायदे की होती है तो चलिए जानते है मसूर की खेती कैसे की जाती है।
कैसे करें खेती
मसूर दाल की खेती बहुत लाभकारी होती है मसूर की खेती के लिए जल निकासी वाली बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है। इसकी बुवाई से पहले बीजों को उपचार करना चाहिए बीज उपचार के लिए 2 ग्राम थायरम और 1 ग्राम कार्बेन्डाजिम प्रति किलोग्राम बीज की दर से उपचारित करना चाहिए। एक एकड़ में बुआई के लिए 35-40 किलोग्राम बीज पर्याप्त होते है। इसकी खेती में बिजाई के चार हफ़्ते बाद एकबार सिंचाई करनी चाहिए और दूसरी बार फूल निकलने के समय करनी चाहिए। बुवाई के बाद मसूर की फसल करीब 110 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
कितनी होगी आमदनी
मसूर दाल की खेती से बहुत ज्यादा जबरदस्त ताबड़तोड़ कमाई होती है क्योकि इसकी डिमांड मार्केट में बहुत होती है। मार्केट में मसूर दाल की कीमत करीब 100 से 110 रूपए प्रति किलो तक होती है एक एकड़ में मसूर दाल की खेती करने से करीब 12 से 15 क्विंटल तक पैदावार होती है। आप इसकी खेती से 1.5 से 2.5 लाख रूपए की कमाई कर सकते है। मसूर दाल की खेती किसानों के लिए फायदे का सौदा होती है।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।