गर्मी में उगाए जाने वाले इस रसीले फल की खेती बनाएगी आपको अमीर। तरबूज एक रसीला और गर्मियों में बहुत पसंद किया जाने वाला फल है। इसकी खेती किसानों के लिए बहुत ही लाभदायक होती है। सही तकनीक और देखभाल से इसकी पैदावार अच्छी मिलती है। आइए तरबूज की खेती के बारे में विस्तार से जानते हैं।
तरबूज की खेती के लिए आवश्यक जलवायु और भूमि
तरबूज गर्म और शुष्क जलवायु वाली फसल है। इसका विकास 25-35 डिग्री सेल्सियस तापमान पर अच्छे से होता है। अधिक बारिश वाली जगहों पर इसकी खेती नहीं करनी चाहिए। बलुई दोमट मिट्टी इसकी खेती के लिए सबसे उपयुक्त होती है। मिट्टी का pH मान 6.0-7.5 के बीच होना चाहिए। अच्छी जल निकासी वाली भूमि की आवश्यकता होती है।
तरबूज की उन्नत किस्में
आशायी यामातो
बीज रहित
पिकनिक
आइसबॉक्स
पीले/नारंगी गूदे
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तरबूज की खेती कैसे करें
गर्मी की फसल की बुआई आप फरवरी-मार्च में कर सकते है। बरसात की फसल की बुआई आप जून-जुलाई में कर सकते है। बसंत की फसल की बुआई आप जनवरी-फरवरी में कर सकते है। प्रति हेक्टेयर 3-4 किलो बीज की आवश्यकता होती है। बीज बोने से पहले 24 घंटे पानी में भिगोकर रखें। बुवाई के लिए कतारों की दूरी 2-3 मीटर और पौधों की दूरी 60-90 सेमी रखें। गर्मियों में 7-10 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें।
फल बनने के समय पानी की अधिक आवश्यकता होती है। अधिक पानी देने से फल फट सकते हैं। खरपतवार नियंत्रण के लिए समय-समय पर निराई-गुड़ाई करें। पौधों को कीट और रोगों से बचाने के लिए जैविक और रासायनिक दवाओं का उपयोग करें। बुवाई के 80-100 दिन बाद फल तोड़ने के लिए तैयार हो जाते हैं। फल पर खटखटाने से खोखली आवाज आती है। फल का रंग गहरा हो जाता है। प्रति हेक्टेयर 20-40 टन उत्पादन हो जाता है।
तरबूज से कमाई
तरबूज की खेती अगर आप करते है तो अब ऐसे में तरबूज की खेती में लागत लगभग 1.10 लाख आ जाती है जिसके साथ वही एक एकड़ में आप आराम से ₹300000 तक की कमाई कर सकते हैं।