मुनाफे का सौदा है ये जड़ी-बूटी की खेती, 1 एकड़ में होगी बंपर कमाई खेत में ही लग जाएगी दवाई बनाने वाली कंपनियों की लाइन, जाने नाम
मुनाफे का सौदा है ये जड़ी-बूटी की खेती
आज हम आपको एक ऐसी जड़ी-बूटी औषधि की खेती के बारे में बता रहे है जिसकी खेती किसानों के लिए मुनाफे का सौदा है। इस जड़ी-बूटी का उपयोग आयुर्वेद की कई दवाई को बनाने के लिए किया जाता है इसके सेवन से कई बीमारियां सेहत से कोसों दूर रहती है। इसकी डिमांड मार्केट में खूब होती है। आप इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई कर सकते है। हम बात कर रहे है पिप्पली की खेती की इसे लॉन्ग पीपर भी कहा जाता है। तो चलिए जानते है पिप्पली की खेती कैसे की जाती है।
पिप्पली की खेती
अगर आप पिप्पली जड़ी-बूटी की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में जानकारी होनी चाहिए जिससे आपको खेती करने में कोई तकलीफ या परेशानी नहीं होगी। पिप्पली की खेती के लिए जल निकासी वाली दोमट, लाल, और जीवांश युक्त मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है। पिप्पली की खेती के लिए गर्म जलवायु की ज़रूरत होती है इसकी खेती से पहले खेत की अच्छी जुताई करनी चाहिए और मिट्टी में गोबर की खाद मिलानी चाहिए। पिप्पली के पौधे को उगाने के लिए 10-15 सेंटीमीटर लंबी बेल की कटिंग को पॉली बैग या नर्सरी बेड में लगाया जाता है रोपाई के बाद 20 दिन तक रोज़ाना सिंचाई करनी चाहिए। 4 से 5 महीने बाद इसके पौधे में फल आना शुरू हो जाते है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप पिप्पली जड़ी-बूटी की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी क्योकि इसका इस्तेमाल कई दवाई को बनाने के लिए किया जाता है। पिप्पली की खेती से एक एकड़ में करीब 15 से 20 क्विंटल सूखे फल मिल सकते है धीरे-धीरे फलों का उत्पादन बढ़ता जाता है। आप इसकी खेती से 1 से 2 लाख रूपए तक की कमाई आराम से कर सकते है।