इस फसल की खेती गर्मियों के मौसम में बहुत लाभकारी मानी जाती है क्योकि ये कम लागत और कम दिनों में पककर तैयार हो जाती है। तो चलिए इसकी खेती के बारे में विस्तार से समझते है।
फायदे का सौदा है इस फसल की खेती
मूंग की खेती में सर्वोत्तम और रोग प्रतिरोधक किस्म का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण काम माना जाता है क्योकि सर्वोत्तम किस्म से पैदावार जबरदस्त होती है आज हम आपको मूंग की एक ऐसी वैरायटी के बारे में बता रहे है जो कम समय में ज्यादा उपज देने के लिए जानी जाती है ये वैरायटी पीला मोजेक वायरस के प्रति सहनशील होती है और इसकी डिमांड भी बाजार में खूब होती है क्योकि लोग इसका सेवन करना बहुत पसंद करते है हम बात कर रहे है मूंग की पूसा रत्ना किस्म की खेती की ये मूंग की एक उन्नत किस्म है पूसा रत्ना में लंबे फली वाले पौधे होते है जो गहरे हरे रंग के होते है इसके दाने भी बड़े, चमकीले और हरे रंग के होते है।

कैसे करें खेती
मूंग की पूसा रत्ना किस्म की खेती बहुत गुणकारी साबित होती है इसकी खेती के जल निकास वाली दोमट मिट्टी सबसे अच्छी होती है इसकी बुवाई के लिए पहले खेत की तीन से चार बार गहरी जुताई करनी चाहिए और मिट्टी में पोषक तत्व से भरपूर हरी खाद या गोबर की खाद डालनी चाहिए। बुवाई से पहले बीजों का उपचार करना चाहिए। इसके बीज आपको बीज भंडार की दुकान में आसानी से मिल जाएंगे। मूंग की पूसा रत्ना किस्म की बुवाई के लिए आपको प्रति हेक्टेयर लगभग 15-20 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होगी। ये किस्म बुवाई के बाद करीब 65 -70 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
कितनी होगी उपज
अगर आप मूंग की पूसा रत्ना किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत बंपर पैदावार देखने को मिलेगी। एक हेक्टेयर में मूंग की पूसा रत्ना किस्म की खेती करने से करीब 12-13 क्विंटल तक की उपज प्राप्त की जा सकती है। आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है ये बाजार में करीब 100 से 110 रूपए प्रति किलो की कीमत पर बिकती है। ये मूंग की उच्च उपज देने वाली लोकप्रिय किस्म है।