बरसात में यह एक सब्जी लगाकर 6 से 8 महीने तक उत्पादन ले सकते हैं और अच्छी आमदनी भी, नुकसान की भी चिंता नहीं रहेगी-
बरसात में खेती
बरसात में कई किसान खेती से घबराते हैं, क्योंकि भारी-बारिश से फसल बर्बाद हो सकती है। लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखकर सही फसल का चुनाव करके अच्छी आमदनी ले सकते हैं। जिसमें आज जिस फसल की बात कर रहे हैं उसे जून, जुलाई और अगस्त में भी लगा सकते हैं और एक एकड़ से 3 से 5 लाख की आमदनी ले सकते हैं। हर सीजन में इसकी डिमांड रहती है। कभी भी खेती कर सकते हैं। अच्छे से 8 महीने तक आराम से चलती है।
दरअसल यहां पर हरी मिर्च की खेती की बात की जा रही है जिसका भाव 10-12 रुपए से लेकर 30, 40 और 50 रूपए तक मिलता है। कभी नीचे तो कभी ऊपर रहता है। लेकिन इसकी खेती में किसानों को नुकसान नहीं होता है। इस समय किसान नर्सरी भी डाल सकते हैं। जिनकी नर्सरी तैयार है वह रोपाई भी कर सकते हैं।
बढ़िया वैरायटी
मिर्च की खेती कर रहे हैं तो कई बढ़िया वैरायटी है, जिनका चयन कर सकते हैं। जिसमें नोमेंस की ओजस सबसे अच्छी वैरायटी मानी जाती है। क्लॉज की 158 नंबर और नोमेंस की क्रांति, माहिको की नवतेज वैरायटी का भी चयन कर सकते हैं। इसके अलावा अपना क्षेत्र की मांग का भी ध्यान रखें।
खेत तैयारी और रोपाई
मिर्च की खेती लंबी अवधि की होती है इसलिए खेत तैयारी पर ध्यान देना चाहिए। मिट्टी को उपजाऊ बनाना चाहिए। तथा समय-समय पर खाद और कीटनाशक आदि का भी छिड़काव करते रहना चाहिए। शुरुआत में 5 से 6 ट्रॉली गोबर की खाद, फंगीसाइड और रासायनिक खाद का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। दो से तीन बार जुताई करके मिट्टी को भुरभुरा बनाएं और बुवाई के समय ध्यान रखें मिट्टी में बहुत ज्यादा नमी नहीं होनी चाहिए।
रोपाई से पहले गहरी जुताई करेंगे तो मिट्टी की जलधारण करने की क्षमता बढ़ेगी। तथा पानी की निकासी का ध्यान रखे।
मिर्च की खेती के लिए बढ़िया बेड बनायें, बरसात में बेड बनाने का फायदा यह रहेगा की खेत से पानी आसानी से निकल जाएगा फसल को नुकसान जल्दी नहीं होगा। जिसमें 4 फीट की दूरी में बेड बना सकते हैं, बेड की ऊंचाई 1 से 1.5 फीट रखें और चौड़ाई 3 फिट रख सकते हैं। मिर्च की खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। जिसका पीएच मान 6.5 से 7.5 के बीच हो।