अगर आप सितंबर में कुछ नया करना चाहते हैं या कोई ऐसी फसल लगाना चाहते हैं जिससे अच्छी कमाई हो, तो चलिए एक खास फूल की खेती के बारे में बताते हैं।
फूलों की खेती
फूलों की मांग कई क्षेत्रों में है पूजा-पाठ से लेकर शादी-विवाह, सजावट, होटल, रेस्टोरेंट और गिफ्ट आदि के लिए फूलों की ज़रूरत होती है। यहाँ हम जिस फूल की बात कर रहे हैं, वह है ग्लैडियोलस, जिसे स्वॉर्ड लिली भी कहा जाता है। इसकी कई किस्में होती हैं, जैसे: अर्चना, आरती, बिंदिया, श्री गणेश आदि। इनकी खेती आप आसानी से कर सकते हैं। मध्य प्रदेश में इसकी खेती का चलन बढ़ रहा है। सरकार भी इसके बीजों पर सब्सिडी दे रही है।
सितंबर में कर सकते हैं खेती
यदि सितंबर में खेत खाली हैं, तो ग्लैडियोलस की खेती कर सकते हैं। कृषि विभाग द्वारा ग्लैडियोलस के बीज अनुदान (सब्सिडी) पर मिलते हैं। इसके लिए पहले पंजीकरण कराना होता है। फूलों की खेती पारंपरिक फसलों की तुलना में अधिक मुनाफा दे सकती है। देश के साथ-साथ विदेशों में भी इस फूल की भारी मांग है। यह एक अच्छा-खासा बिजनेस मॉडल बन सकता है। इस फूल के कंद में कई प्रकार के औषधीय गुण भी होते हैं। देखने में सुंदर और आकर्षक होने के कारण यह सजावट के लिए बहुत अधिक डिमांड में रहता है।
1 एकड़ में कितने कंद लगेंगे?
अगर आप 1 एकड़ में ग्लैडियोलस की खेती करना चाहते हैं, तो जान लीजिए कि इसमें लगभग 70,000 कंद (बल्ब) लगाए जाते हैं। जी हां, इसकी खेती कंद लगाकर की जाती है। सितंबर से नवंबर के बीच इसका उपयुक्त समय होता है। बाजार में एक कंद की कीमत ₹3 से ₹5 तक होती है। एक बार खेती करने के बाद अगले साल के लिए खुद से कंद तैयार हो जाते हैं। 1 एकड़ खेत से लगभग 2.5 क्विंटल तक कंद दोबारा प्राप्त किए जा सकते हैं। ग्लैडियोलस फूल की कीमत समय और स्थान के अनुसार बदलती रहती है। एक फूल ₹10 से ₹150 तक बिकता है।
अगर फूलों को पैक बनाकर बेचा जाए, तो एक पैक की कीमत ₹40 से ₹400 तक जा सकती है। अगर कम निवेश में अच्छी आमदनी चाहते हैं, तो फूलों की खेती आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है।

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