जवानी में कर लें इस लकड़ी की खेती, बुढ़ापे में नहीं रहना पड़ेगा किसी के आसरे जिंदगी भर बैठे-बैठे होगी छप्परफाड़ कमाई, 30 हजार रु प्रति किलो कीमत।
जवानी में कर लें इस लकड़ी की खेती
इस लकड़ी की खेती बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है क्योकि इसकी खेती से जिंदगी भर कमाई होती रहती है। इसकी लकड़ी से कई कॉस्मेटिक प्रोडक्ट तैयार होते है जिनकी कीमत बहुत ज्यादा मात्रा में होती है। आप इसकी खेती से जिंदगी भर ऐशो आराम की जिंदगी जी सकते है और लाखों करोड़ों रूपए कमा सकते है। इसकी खेती में सिर्फ एक बार पेड़ लगाने से कई सालों तक कमाई होती है। हम बात कर रहे है सफ़ेद चंदन की खेती की इसे सफ़ेद सोने की खेती भी कहते है क्योकि इसकी लकड़ी सोने के भाव की तरह ही बिकती है तो चलिए जानते है इसकी खेती कैसे की जाती है।
कैसे करे खेती
अगर आप इसकी खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती से जुडी कुछ जानकारी होनी चाहिए जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। सफ़ेद चंदन की खेती के लिए दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है मिट्टी का पीएच लेवल 6 से 8.5 के बीच होना चाहिए। इसके पौधों के बीच कम से कम 10 फीट की दूरी रखनी चाहिए है। एक एकड़ जमीन में सफेद चंदन के करीब 350 से 400 पौधे लगाए जा सकते है। सफ़ेद चंदन के पौधों को बढ़ने के लिए किसी सहायक पौधे की ज़रूरत होती है जैसे अरहर, देसी नीम, मीठा नीम और सहजन जैसे पौधे सहायक हो सकते है। इसके पौधे की बुवाई के बाद करीब 12 से 15 साल में इसका पेड़ तैयार होता है।
कितना होगा मुनाफा
अगर आप सफ़ेद चंदन की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से छप्परफाड़ मुनाफा देखने को मिलेगा क्योकि सफ़ेद चंदन की लकड़ी की कीमत बहुत ज्यादा मात्रा में होती है और बाजार में बहुत डिमांडिंग भी होती है इसकी लकड़ी का इस्तेमाल इत्र, धूपबत्ती, कॉस्मेटिक प्रोडक्ट, कंठी माला, परफ्यूम जैसी कई अनगिनत चीजों को बनाने के लिए किया जाता है। जो बाजार में बहुत महंगी कीमत पर बिकते है। सफ़ेद चंदन के एक पेड़ से करीब 4 से 5 लाख रुपये तक की कमाई कर सकते है। इसकी लकड़ी 30 हजार रुपये प्रति किलो की कीमत पर बाजार में बिकती है एक एकड़ में आप इसकी खेती से 10 से 12 साल बाद करोड़ों रुपये का मुनाफा कमा सकते है।
कितनी आएगी लागत
अगर आप सफ़ेद चंदन की खेती करते है तो आपको इसकी खेती एक एकड़ में करने के लिए करीब 2 से 4 लाख रुपये की लागत आ सकती है क्योकि इसकी खेती में कुछ चीजों का खर्चा होता है जैसे….
- पौधों की खरीद
- खाद
- सिचाई
- देखभाल
- मजदूर की मजदूरी