इस सब्जी की खेती से किसान भाई बहुत जबरदस्त कमाई कर सकते है इसकी डिमांड बाजार में बहुत होती है तो चलिए जानते है कौन सी सब्जी की खेती है।
बंजर जमीन में करें इस सब्जी की खेती
बरसात का मौसम लग चूका है इस मौसम में बंजर जमीन भी उपजाऊ हो जाती है क्योकि बरसात का पानी पौधों के लिए अमृत की तरह होता है आज हम आपको एक ऐसी सब्जी की खेती के बारे में बता रहे है जो बरसात के मौसम में जून से जुलाई के बीच बुवाई के लिए उपयुक्त होती है इस सब्जी की खेती में लागत भी ज्यादा नहीं आती है आप इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई कर सकते है हम बात कर रहे है तोरई की कोयम्बू-2 किस्म की खेती की ये तोरई की एक लोकप्रिय किस्म है जो पतले, कम बीज वाले फल पैदा करती है।

कैसे करें खेती
अगर आप तोरई की कोयम्बू-2 किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। तोरई की कोयम्बू-2 किस्म की खेती के लिए जल निकासी वाली दोमट और बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है। इसकी बुआई से पहले खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए और मिट्टी में गोबर की खाद डालनी चाहिए। बुआई के लिए इस किस्म के बीजों का ही चयन करना चाहिए। एक हेक्टेयर खेत में बुआई के लिए 2-3 किलोग्राम बीज पर्याप्त होते है। बुआई से पहले बीजों को उपचारित करना चाहिए। 3-4 फीट की दूरी पर क्यारियां बनाकर मेड़ों पर 2 इंच की गहराई में बीज बौने चाहिए। पौधों से पौधों के बीच की दूरी 80 सेमी और पंक्तियों के बीच 50 सेमी रखनी चाहिए। बुवाई के बाद तोरई की कोयम्बू-2 किस्म की फसल करीब 110 दिनों में पककर तैयार हो जाती है।
कितनी होगी उपज
अगर आप तोरई की कोयम्बू-2 किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी एक हेक्टेयर में तोरई की कोयम्बू-2 किस्म की खेती करने से करीब 250 क्विंटल तक पैदावार होती है आप इसकी खेती से 2.5 से 3 लाख रूपए की कमाई आराम से कर सकते है। ये तोरई की एक उच्च उपज देने वाली किस्म है।