अमरूद की ये किस्म की खेती बहुत लाभकारी होती है इसकी डिमांड बाजार में बहुत होती है तो चलिए इस लेख के माध्यम से इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
अमरूद की इस किस्म की करें खेती
अमरूद की खेती के लिए उचित उन्नत किस्म का चुनाव करना बहुत महत्वपूर्ण काम होता है आज हम आपको अमरूद की एक ऐसी किस्म के बारे में बता रहे है जो बहुत अधिक उपज देने वाली होती है ये किस्म न केवल ज्यादा पैदावार देती है बल्कि कई रोगों के प्रतिरोधी भी होती है इस किस्म के अमरूद अधिक समय तक खराब नहीं होते है जिससे किसानों को फायदा होता है। ये किस्म अच्छे भंडारण क्षमता प्रदान करती है। इसके फल 225 ग्राम तक वजनी और गोल आकार के होते है। हम बात कर रहे है अमरूद की श्वेता किस्म की खेती की ये अमरूद की एक उन्नत किस्म है।

कैसे करें खेती
अगर आप अमरूद की श्वेता किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में अच्छे से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। अमरूद की श्वेता किस्म की खेती के लिए जल निकासी वाली बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त है इसके पौधे पहले नर्सरी में तैयार किये जाते है फिर खेत में रोपाई की जाती है इसकी खेती के लिए उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु उपयुक्त होती है और ये 23 से 28 डिग्री सेल्सियस तापमान में अच्छी तरह से बढ़ती है। रोपाई के बाद के अमरूद की श्वेता किस्म का पेड़ करीब 2-3 साल में फल देना शुरू कर देता है।
कितनी होगी उपज
अगर आप अमरूद की श्वेता किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी। श्वेता किस्म के अमरूद के पौधे 6 साल की अवस्था से प्रति पौधा 90 किलो तक फल देते है। एक एकड़ में आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है ये अमरूद की एक उन्नत किस्म है जो अधिक उपज के लिए जानी जाती है।