शतावरी की ये किस्म की खेती किसानों के लिए फायदे का जबरदस्त सौदा होती है इसकी डिमांड बाजार में बहुत देखने को मिलती है तो चलिए जानते है कौन सी किस्म है।
जुलाई में करें शतावरी की ये किस्म की खेती
शतावरी की खेती बहुत ज्यादा मुनाफा कराने वाली होती है आज हम आपको शतावरी की एक ऐसी किस्म के बारे में बता रहे है जो बड़ी फसल पैदा करने के लिए जानी जाती है। ये किस्म बड़ी मात्रा में शतावरी का उत्पादन करती है जो इसे व्यावसायिक खेती के लिए एक अच्छा विकल्प बनाती है। इसकी डंठल चिकनी, बेलनाकार और थोड़े पतले होते हैं, जो इसे आकर्षक बनाते है। इसकी डिमांड और कीमत बाजार बहुत ज्यादा होती है हम बात कर रहे है शतावरी की अपोलो किस्म की खेती की ये शतावरी की एक लोकप्रिय और उच्च उपज वाली किस्म है जो जल्दी तैयार होती है और रोगों के प्रतिरोधी होती है। तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।

कैसे करें खेती
अगर आप शतावरी की अपोलो किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त होनी चाहिए जिससे खेती करने में कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। शतावरी की अपोलो किस्म की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली बलुई दोमट मिट्टी सबसे अच्छी मानी जाती है मिट्टी का पीएच मान 6.5 से 7.0 के बीच होना चाहिए। इसकी बुवाई से पहले खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए और मिट्टी में गोबर की खाद डालनी चाहिए। इसके मुकुटों को 8 इंच गहरे खांचे में 12 इंच की दूरी पर रोपाई करनी चाहिए। शतावरी की अपोलो किस्म की खेती में जड़ों को परिपक्व होने और कटाई के लिए तैयार होने में लगभग 3 साल लगते हैं।
कितनी होगी कमाई
अगर आप शतावरी की अपोलो किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त ताबड़तोड़ कमाई देखने को मिलेगी एक एकड़ में शतावरी की अपोलो किस्म की खेती करने से करीब 350 क्विंटल तक गीली जड़ें प्राप्त हो सकती है जो सूखने के बाद 35 क्विंटल तक रह जाती हैं। आप इसकी खेती से करीब 6 लाख रूपए से ज्यादा की कमाई आराम से कर सकते है।