धान की खेती के लिए ये किस्म बहुत उपयुक्त और लाभकारी मानी जाती है इसकी डिमांड बाजार में बहुत अधिक होती है तो चलिए इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
जून में करें धान की इस किस्म की खेती
धान की खेती के लिए जून का महीना बहुत अच्छा माना जाता है इसकी खेती में अच्छे उत्पादन के लिए उच्च गुणवत्ता वाली किस्म का चयन करना बहुत अधिक महत्वपूर्ण काम होता है। आज हम आपको धान की एक ऐसी किस्म के बारे में बता रहे है जो कम पानी और कम दिनों में ज्यादा उपज देने वाली होती है इस किस्म को तैयार होने में ज्यादा दिन नहीं लगते है। ये कसिम सूखा प्रभावित क्षेत्रों के लिए भी उपयुक्त होती है हम बात कर रहे है धान की सबौर संपन्न किस्म की खेती की ये धान की एक उन्नत किस्म है जो कम समय में तैयार हो जाती है और अधिक उपज देती है।

कैसे करें खेती
अगर आप धान की सबौर संपन्न किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में पूरी जानकारी होनी चाहिए जिससे जब आप इसकी खेती करें तो कोई परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा। धान की सबौर संपन्न किस्म की खेती करने से के लिए जल निकासी वाली चिकनी, मटियार या मटियार दोमट मिट्टी उपयुक्त है। इसकी बुवाई के लिए जून जुलाई का महीना अच्छा होता है इसकी बुवाई से पहले खेत की गहरी 3 से 4 बार जुताई करनी चाहिए और मिट्टी में खाद डालनी चाहिए। इसकी बुवाई के लिए प्रति एकड 10 से 12 किलो बीज पर्याप्त होते है इसकी खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। बुवाई के बाद धान की सबौर संपन्न किस्म की फसल करीब 120 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी उपज
अगर आप धान की सबौर संपन्न किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत अधिक उपज देखने को मिलेगी। एक एकड़ में धान की सबौर संपन्न किस्म की खेती करने से करीब 40-50 क्विंटल तक उत्पादन हो सकता है आप इसकी खेती से लाखों रूपए का मुनाफा कमा सकते है ये किस्म विभिन्न रोगों के प्रति प्रतिरोधी होती है और इसकी खेती में तेज हवा में भी फसल गिरने की संभावना कम होती है। ये धान की एक उच्च उपज देने वाली किस्म है।