आम की ये किस्म की खेती बहुत फायदेमंद होती है इसकी डिमांड बाजार में बहुत अधिक होती है तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।
आम की इस किस्म की करें खेती
आम की खेती बहुत लाभकारी मानी जाती है इसकी खेती में उच्च गुणवत्ता वाली किस्म का चयन करना बहुत ही महत्वपूर्ण काम होता है आम को फलों का राजा कहा जाता है लेकिन आज हम आपको आम की रानी के बारे में बात रहे है ये किस्म मार्केट में बहुत डिमांडिंग होती है इसका स्वाद खाने में बहुत जबरदस्त होता है ये किस्म का आम मोटे छिलके, लाल रंग के निशान और अंडाकार-आयताकार आकार के लिए पहचाना जाता है हम बात कर रहे है आम की स्वर्ण रेखा किस्म की खेती की इसे सुंदरी या चिन्ना-सुवर्णरेखा के नाम से भी जाना जाता है ये आम की एक प्रारंभिक किस्म है।

कैसे करें खेती
अगर आप आम की स्वर्ण रेखा किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती से सम्बंधित जानकारी होनी चाहिए जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। आम की स्वर्ण रेखा किस्म की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है। इसके पौधों को पहले नर्सरी में तैयार किया जाता है फिर खेत में रोपाई की जाती है। इसके पौधे को 10-12 मीटर की दूरी पर लगाना चाहिए और इसकी खेती में सड़ी गोबर की खाद का उपयोग जरूर करना चाहिए। रोपाई के बाद आम की स्वर्ण रेखा किस्म का पेड़ करीब 2 से 3 वर्षों में फल देना शुरू कर देता है।
कितनी होगी उपज
अगर आप आम की स्वर्ण रेखा किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी। आम की स्वर्ण रेखा किस्म के 3-4 साल के पेड़ पर 10-20 फल या 2-3 किलोग्राम तक की उपज होती है धीरे-धीरे पैदावार बढ़ने लगती है एक एकड़ में आप आम की स्वर्ण रेखा किस्म की खेती से लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है। ये आम की एक उच्च गुणवत्ता वाली किस्म है। इसकी खेती जरूर करनी चाहिए।