इस सब्जी की खेती बहुत लाभकारी साबित होती है क्योकि इसकी डिमांड बाजार में बहुत होती है तो चलिए इस लेख के माध्यम से इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानते है।
बरसात में करें इस सब्जी की खेती
सहजन की खेती किसानों के लिए फायदे का जबरदस्त सौदा होती है क्योकि इसकी फलियों के साथ-साथ बाजार में इसकी पत्तियों की भी डिमांड खूब होती है आज हम आपको सहजन की एक ऐसी किस्म के बारे में बता रहे है जो बहुत अधिक उपज देने वाली होती है इस किस्म की फलियां 60 से 90 सेंटीमीटर लंबी, मुलायम और हरे रंग की होती है। आप इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई कर सकते है। हम बात कर रहे है सहजन की जाफना मोरिंगा किस्म की खेती की ये सहजन की एक प्रसिद्ध किस्म है। तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।

कैसे करें खेती
अगर आप सहजन की जाफना मोरिंगा किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में विस्तार से जानना होगा जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। सहजन की जाफना मोरिंगा किस्म की खेती के लिए जल निकासी वाली काली, बलुई और लेटराइट मिट्टी उपयुक्त है। इसके पौधे पहले इस किस्म के बीज द्वारा नर्सरी में तैयार किये जाते है फिर खेत में रोपाई की जाती है। जब पौधे 1.5-2 फीट ऊंचे हो जाएं तो उन्हें खेत में रोपा जाता है। बारिश के मौसम में इसके पौधे तेजी से बढ़ते है और उन्हें सिंचाई की कम आवश्यकता होती है। इसकी खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। सहजन की जाफना मोरिंगा किस्म के पेड़ करीब 6-8 महीने में तैयार हो जाते है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप सहजन की जाफना मोरिंगा किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी। सहजन की जाफना मोरिंगा किस्म के एक पेड़ से प्रति वर्ष 350 से 400 फलियां प्राप्त होती है। एक एकड़ में आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है इसकी पत्तियों का उपयोग पाउडर चूर्ण कैप्सूल बनाने में किया जाता है जो बाजार में बहुत महंगे बिकते है। ये सहजन की एक उच्च गुणवत्ता वाली किस्म है।