90 दिन में तैयार होती है ये सब्जी की फसल, खेती से चमक उठेगी किसानों की किस्मत पूजा में भी है खास महत्व लागत-मेहनत भी कम, जाने नाम।
इस सब्जी की खेती से चमक उठेगी किस्मत
इस सब्जी की खेती बहुत ज्यादा लाभकारी साबित होती है इस सब्जी खेती में बहुत ही कम खर्चा होता है और बहुत शानदार मुनाफा मिलता है इस सब्जी की मार्केट में पूरे साल बहुत ज्यादा डिमांड रहती है और इसका इस्तेमाल पूजा में भी किया जाता है। धार्मिक रीति-रिवाजों में इसका खास स्थान है इसे जीव के रूप में पूजा जाता है। इस सब्जी को लोग खाना बहुत पसंद करते है जिससे इसकी बाजार में बहुत अधिक मात्रा में बिक्री होती है। आप इसकी खेती से कम दिन और कम लागत में बहुत जबरदस्त कमाई कर सकते है। हम बात कर रहे है कद्दू की खेती की कद्दू की खेती बहुत लाभ की मानी जाती है तो चलिए जानते है इसकी खेती कैसे की जाती है।
कैसे करें खेती
इस सब्जी की खेती बहुत ज्यादा फायदेमंद होती है अगर आप इसकी खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती के बारे में जानना होगा जिससे आपको खेती करने में आसानी रहेगी। कद्दू की खेती साल में 2 बार की जा सकती है। इसकी खेती के लिए पहले खेत की 3 बार जुताई करनी चाहिए और खेत की मिट्टी में गोबर खाद को मिलाना चाहिए। कद्दू सब्जी की खेती के लिए जल निकास वाली दोमट या बलुई दोमट मिट्टी सबसे उपयुक्त होती है अच्छी पैदावार के लिए मिट्टी का PH स्तर 5 से 7 के बीच होना चाहिए। इसके पौधे बीज के माध्यम से लगाए जाते है। कद्दू के बीजों को लगाने के लिए क्यारियां तैयार करनी चाहिए क्योकि इसकी बेल बहुत फैलती है। इसकी बुवाई के बाद 90 दिन में फसल तैयार हो जाती है।
कितना होगा मुनाफा
अगर आप इस सब्जी की खेती करते है तो आपको इसकी खेती में बहुत शानदार कमाई देखने को मिलेगी क्योकि इस सब्जी की बाजार में सालभर भरपूर डिमांड होती है जिससे इसकी बिक्री बहुत अधिक मात्रा में होती है। एक एकड़ में कद्दू की खेती से करीब 120 से 140 क्विंटल तक की पैदावार हो सकती है। आप इसकी खेती से 2 से 2.5 लाख रूपए की कमाई कर सकते है। इसका इस्तेमाल सिर्फ सब्जी ही नहीं और भी कई पारंपरिक व्यंजनों को बनाने के लिए किया जाता है।
कितनी आएगी लागत
इस सब्जी की खेती में बहुत ही कम लागत आती है अगर आप इसकी खेती एक एकड़ में करते है तो आपको करीब 10 हजार रूपए की लागत आ सकती है क्योकि इसकी खेती में कुछ चीजों का खर्चा होता है जैसे….
- बीज का खर्चा
- खाद का खर्चा
- सिंचाई का खर्चा
- क्यारियां तैयार करने का खर्चा
- देखभाल