खेती के साथ-साथ पशुपालन करते हैं तो आपके लिए एक शानदार फसल है। इसकी खेती करके दाल और अनाज से ₹20,000 की कमाई, चारे से ₹20,000 की कमाई और हरी खाद से ₹7,500 की बचत हो जाएगी।
किसान और पशुपालक के लिए फसल
कई ऐसे व्यक्ति हैं, जो खेती के साथ-साथ पशुपालन भी करते हैं। इससे वे किसान और पशुपालक दोनों कहलाते हैं। ऐसे लोग कुल्थी की खेती कर सकते हैं, जिससे उन्हें दाल, बीज, हरी खाद और हरा चारा सब कुछ मिल जाता है।
कुल्थी एक दाल होती है। इसकी फसल 30 से लेकर 75 दिन के बीच तैयार हो जाती है। मतलब, 30 दिन में इसे हरी खाद के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं और फलियों की तुड़ाई भी कर सकते हैं। वहीं, इसकी दाल 60 से 75 दिन के बीच तैयार होती है।
कुल्थी की खेती से कमाई और फायदा
कुल्थी की खेती से अच्छी कमाई की जा सकती है। पशुपालकों के लिए भी यह फसल फायदे का सौदा है, क्योंकि एक एकड़ में लगभग ₹20,000 का चारा मिल जाता है। यदि आप किसान हैं तो इसे बेचकर पशुपालक को दे सकते हैं, और यदि आप स्वयं पशुपालक हैं तो अपने चारे का खर्चा बचा सकते हैं।

पशुओं को यह चारा बेहद पौष्टिक तत्वों से भरपूर मिलता है। वहीं, किसानों को एक एकड़ की जमीन से 5 से 8 क्विंटल तक सूखी कुलथी मिल जाती है, जिसकी कीमत 60 से 70 रुपए किलो के हिसाब से बाजार में रहती है। यदि औसतन 50 रुपए किलो भी भाव मिले और 600 किलो उत्पादन हो तो एक एकड़ से लगभग ₹20,000 की कमाई हो सकती है।
खर्च की बात करें तो 8,000 से 10,000 रुपए तक और कहीं-कहीं ₹12,000 तक का खर्च आता है। कुल्थी की खेती करने से मिट्टी उपजाऊ होती है, जिससे आने वाली दूसरी फसल में अधिक उत्पादन मिलता है और खाद का खर्चा बच जाता है। लगभग 7,000 से 8,000 रुपए तक की खाद का खर्च पांच एकड़ में बच सकता है। वहीं, पशुओं के चारे के लिए एक एकड़ से 200 से 300 क्विंटल तक का उत्पादन मिल जाता है, जो पशुओं के लिए बेहद लाभकारी होता है।

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको ‘काम की खबर’ दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद