सितंबर-अक्टूबर में करें इन काले बीजों की खेती, एक एकड़ से कमाएं 60 हजार रु का शुद्ध मुनाफा, सरकार खरीदती है फसल

On: Monday, September 22, 2025 3:00 PM
सितंबर-अक्टूबर में खेती के लिए फसल

क्या मुनाफे वाली फसल की तलाश में हैं? अगर सितंबर-अक्टूबर में जमीन खाली पड़ी है और खेती करना चाहते हैं, तो चलिए एक शानदार फसल की जानकारी देते हैं।

सितंबर-अक्टूबर में खेती के लिए फसल

इस समय कुछ किसानों के खेत खाली पड़े हैं। ऐसे में यदि आप मुनाफे वाली फसल की तलाश में हैं, तो आपको एक ऐसी फसल के बारे में बता रहे हैं, जो बेहद कम खर्चे, कम मेहनत और कम सिंचाई में अच्छा उत्पादन देती है। इसके अलावा बाजार में इसकी कीमत भी अच्छी मिलती है। सरकार भी इस फसल की खरीदारी करती है, जिससे यह किसानों के लिए एक बेहतरीन विकल्प बन जाती है।

अगर आपके पास खर्च के लिए ज्यादा पैसे नहीं हैं, तो भी मात्र ₹5,000 से ₹7,000 में इस फसल की खेती शुरू कर सकते हैं। दरअसल, यहां बात हो रही है काली सरसों की खेती की। चलिए जानते हैं इसका बाजार भाव, सरकार से मिलने वाली कीमत और उत्पादन की जानकारी।

बाजार भाव, खेती से कमाई और सरकार से मिलने वाली कीमत

काली सरसों की इस समय बाजार में कीमत ₹7,000 प्रति क्विंटल है। वहीं, सरकार भी ₹6,000 प्रति क्विंटल के हिसाब से सरसों की खरीद करती है। अगर उत्पादन की बात करें, तो एक एकड़ से लगभग 10 से 12 क्विंटल तक सरसों का उत्पादन प्राप्त किया जा सकता है।

लेकिन इसके लिए खेत की सही तैयारी करनी होगी, अच्छी खाद डालनी होगी और उच्च गुणवत्ता का बीज प्रयोग करना होगा। तभी अच्छा मुनाफा मिल सकता है। यदि सरकार द्वारा तय मूल्य मिल जाए और उत्पादन भी अच्छा हो, तो एक एकड़ से ₹60,000 से ₹65,000 तक कमा सकते हैं।

काली सरसों की खेती में एक और फायदा यह है कि इसके बीज तो बिकते ही हैं, साथ ही उसका कचरा भी बिक जाता है। इसलिए किसानों को इस खेती में अच्छा लाभ मिल सकता है।

खेती के बारें में जानिए

सरसों की खेती कोई भी किसान आसानी से कर सकता है। इसकी खेती के लिए बलुई दोमट मिट्टी उपयुक्त होती है, जिसमें जल निकासी की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए। सरसों की बुवाई का सही समय सितंबर से अक्टूबर के बीच होता है। अगर आप अक्टूबर में भी बुवाई करते हैं, तो भी अच्छा फायदा मिल सकता है। सरसों की खेती के लिए 10 से 25 डिग्री सेल्सियस तक का तापमान उत्तम माना जाता है। इसकी कटाई मार्च से अप्रैल के बीच होती है।

एक हेक्टेयर खेत में लगभग 4 से 6 किलो बीज की आवश्यकता होती है। खाद की बात करें, तो आप 100 किलो सिंगल सुपर फास्फेट, 25 किलो म्यूरेट ऑफ पोटाश (MOP), और 35 किलो यूरिया दे सकते हैं। हालांकि, सबसे अच्छा यह रहेगा कि आप पहले खेत की मिट्टी की जांच कराएं और जरूरत के अनुसार ही खाद डालें।

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