गर्मियों में गाय-भैंस देंगे धारदार दूध, जानिए पशु चिकित्सक के अनुसार गर्मियों में कैसे रखे पशुओं का ख्याल। फिर ना होंगे पशु बीमार। दूध भी देंगे बढ़िया।
गर्मी से परेशान पशु
इस समय भयंकर गर्मी होने लगी है। जिससे इंसान के साथ-साथ पशु भी परेशान है। वही जो दुधारू पशु है उनका दूध कम हो रहा है। इसके अलावा कई ऐसे पशु है जो बीमार हो रहे है। इस तरह से गर्मियों में पशुओं में कई तरह की समस्याएं देखने को मिलती है। जिससे पशुपालकों को नुकसान हो जाता है। तो चलिए आज एक पशु चिकित्सक के अनुसार जाने की गर्मियों में पशु दूध कम क्यों देते हैं, और वह बीमार क्यों होते हैं। साथ ही हम यह भी जानेंगे कि गर्मियों में पशुओं की देखभाल कैसे की जाती है। जिससे वह ना बीमार पड़े और ना ही दूध की मात्रा कम हो।
गर्मियों पशुओं का दूध कम और बीमार होने कारण
इस गर्मी में अगर इंसान बिना पंखे-कूलर के थोड़ी देर रहे तो बीमार पड़ जाता है। इसी तरह पशु भी गर्मी में बीमार हो जाते हैं, दूध कम देने लगते हैं। जिसमें पशु चिकित्सक का कहना है कि इसका एक कारण तो यह होता है कि उन्हें हरा चारा नहीं मिल रहा है। क्योंकि जब कटाई हो जाती है उसके बाद खेतों में गर्मियों में हरा चारा बहुत मुश्किल से मिलता है। जिससे जब पशुओं को आप हरा चारा नहीं देंगे तो वह खाना अच्छे से नहीं खाते हैं। जिसके वजह से पशुओं का दूध कम होता है। वहीं गर्मियों में उनके भीतर कई हार्मोनल चेंजेस भी देखने को मिलते हैं। साथ ही पीएच लेवल भी घटता बढ़ता रहता है।
इतना ही नहीं गर्मियों में पशु स्ट्रेस मे भी चले जाते हैं। जिसकी वजह से वह बिल्कुल खाना पीना छोड़कर बैठ जाते हैं। इसके अलावा उनके मुंह से झाग निकलने लगता है। शरीर में पूरे एसिड भरा रहता है। धीरे-धीरे पशु बिल्कुल चारा-भूसा छोड़ देते हैं। इसीलिए आपको पशु की देखभाल करनी होगी। नहीं तो अगर आप एक पशुपालक है और महंगे-महंगे पशु रखे हुए हैं तो आपको बड़ा नुकसान झेलना पड़ सकता है। तो चलिए आज हम जान लेते हैं कि गर्मियों में पशुओं की देखभाल कैसे आसानी से आप कर सकते हैं।
गर्मियों में पशुओं की ऐसे करें देखभाल
गर्मियों में पशुओं की देखभाल करने के लिए आप उन्हें गर्मी से सबसे पहले गर्मी से बचाएं। जिसके लिए आप उन्हें ऐसी जगह पर रखें जहां पर थोड़ी ठंडक महसूस हो। उनके रहने के स्थान के बाहर अगर पेड़-पौधे लगे हो तो ज्यादा बेहतर होगा। इसके अलावा आप उन्हें सही समय में नहला सकते हैं। नहलाने का सही समय यह है कि आप दिन निकलने से पहले और दिन डूबने के बाद उन्हें ठंडे-ठंडे पानी से नहला दीजिए। जिससे स्ट्रेस वाली समस्या से राहत मिलेगी। इसके अलावा आप उनके खाने में पोषक तत्वों का ध्यान रखें।
आप बाजार से न्यूट्रिशन वाले चीज लेकर आ सकते हैं, या जो आप देते हो उन्हें पोषण के लिए वह देते रहे। ताकि वह खाना सही से खाएं। इसके अलावा आप हरा चारा दे। अगर आपको खेतों में हरा चारा नहीं मिल रहा तो आप हरे चारे की खेती ही कर सकते हैं। जी हां आपको बता दे कि कई ऐसे हरे चारे है। जिनकी खेती की जाती है। जिन्हें एक बार लगाकर कई बार काटा जा सकता है। जिससे पशुओं को बहुत सारा चारा मिल जाएगा। इतना ही नहीं आप हरे चारे को बेंच भी पाएंगे तो यह भी एक काम आप कर सकते हैं।