धान के भाव में लगातार उतार चढ़ाव जारी है। धान के भाव लंबे समय से स्थिर नहीं हो पा रहे हैं। वही हरियाणा के फतेहाबाद जिले की मंडी में धान के भाव में बीते कई दिनों में धान के भाव में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। धान के गिरते भाव किसानों के लिए चिंता का विषय बन गया है। किसानों को पहले तो ज्यादा गर्मी की वजह से उत्पादन अच्छा नहीं मिल पाया इसके बाद में अब कीमतों में गिरावट किसानों के लिए बहुत बड़ी चिंता का विषय बन चुका है। इस के बारे में विस्तार से जानते हैं।
धान की खरीदी
धान के खरीदी की बात करें तो सरकार की तरफ से धान की सरकारी खरीदी एक महीने पूर्व बंद करवा दी गई है। किसानों को ऐसे ही अवस्था में फसल प्राइवेट बेचनी पड़ रही है। प्राइवेट बेचने की वजह से किसानों को 500 से ₹800 प्रति क्विटल भाव कम मिल पा रहा है।
जिसकी वजह से बीते 10 दिनों में धान के भाव में लगातार गिरावट देखने को मिल रही है। इसकी वजह से किसानों को चिंता हो रही है। इससे पहले बासमती धान की कीमत ₹3600 प्रति क्विंटल हुआ करती थी जो आप किसानों को ₹3100 प्रति क्विंटल ही मिल रही है। क्योंकि किसानों के लिए बहुत नुकसानदायक है।
धान के वर्तमान भाव
किसानों को दोहरी मार झेलने पर मजबूर कर दिया है। पहले तो गर्मी की वजह से फसलों को बहुत नुकसान हुआ जिसकी वजह से उत्पादन भी बीते सालों से बहुत कम रहा है। जिसको लेकर सरकार भी किसी प्रकार का कोई एक्शन नहीं ले रही है। धान की कटाई के समय जहां धान की कीमत ₹3900 प्रति क्विंटल थी।
पिछले 10 दिनों में व्यापारियों द्वारा 3400 प्रति क्विंटल खरीदी जा रही है। इसके चलते किसानों को नुकसान में अपनी फसले बेचनी पड़ रही है। गुरुवार के दिन हिसार जिले के एक किसान का कहना है कि मेरी धान की 1509 किस्म की कीमत ₹2500 प्रति क्विंटल लगाई गई। हमें नुकसान में फसल बेचनी पड़ रही है।