मुलेठी का पौधा कैसा होता है – औषधीय गुणों की खान मुलेठी

On: Tuesday, May 13, 2025 6:58 PM
कहां-कहां उपयोग होती है मुलेठी? 

इस लेख में आपको मुलेठी की खेती के बारे में पूरी जानकारी दी गई है जिसमें मुलेठी की पहचान, मुलेठी का इस्तेमाल और मुलेठी का पौधा कैसे होता है सब कुछ जानेंगे-

मुलेठी का पौधा कैसा होता है 

भारत एक ऐसा देश है, जो अपने मसाले के पौधों और औषधीय गुणों से भरपूर पौधों के लिए जाना जाता है। उन्हीं पौधों में से एक बहुत महत्वपूर्ण पौधा है मुलेठी। मुलेठी का पौधा किसी औषधि से कम नहीं है और इसका उपयोग कई तरह के इलाज में किया जाता है खासकर खांसी और मसूड़े से संबंधित बीमारियों में। लेकिन कई लोगों को इसे पहचानने में कठिनाई होती है। इसीलिए आज हम यह लेख आपके लिए लेकर आए हैं, जिसमें हम आपको मुलेठी की सही पहचान कैसे कर सकते हैं, इसकी सारी जानकारी देंगे। तो आईए जानते हैं मुलेठी का परिचय: 

क्या है मुलेठी की पहचान? 

मुलेठी की पहचान करना बहुत अधिक कठिन नहीं है। आप नीचे दी गई जानकारी से मुलेठी की पहचान कर सकते हैं: 

  • यह एक झाड़ी नुमा पौधा है, जिसकी ऊंचाई आमतौर पर 1.2 मीटर तक होती है। 
  • यह भूमि के ऊपर और नीचे की ओर फैल सकता है।
  • यदि इसके पत्तों की बात करें, तो पत्ते छोटे और नुकीले होते हैं और एक दूसरे के विपरीत लगे होते हैं।
  • मुलेठी के फूलों का रंग हल्का हरा या बैंगनी होता है और इसके फूल एक लंबी शाखा पर लगे होते हैं। यानी इसके फूल एक साथ गुच्छों में लगे होते हैं। 
  • इसकी पहचान करने का सबसे आसान तरीका इसकी जड़ों का स्वाद है क्योंकि इसकी जड़े मीठी होती है। जिससे मुलेठी को बड़ी आसानी से पहचाना जा सकता है।
  • इसकी फली छोटी और ढाई सेंटीमीटर तक चपटी हो सकती है।
  • मुलेठी अंदर से पीली, रेशेदार और सुगंध वाली होती है और जिसमें यह सब गुण हो वही असली मुलेठी कही जाती है।
  • मुलेठी एक बारहमासी पौधा है, जो कई वर्षों तक जीवित रह सकता है। 

मुलेठी के पौधे की फोटो: 

मुलेठी का बीज कैसा होता है? 

यदि आप मुलेठी के बीज को पहचानना चाहते हैं, तो इसके बीज भूरे रंग के होते हैं और इनका आकार छोटा व चपटा होता है। यदि आप मुलेठी के बीजों को निकालना चाहते हैं तो इसके बीच आमतौर पर आपको पौधे के तने और तने के टुकड़ों में मिल जाएंगे। बाकी पौधों की तरह इसके बीज फलियों और तनों में होते हैं।

मुलेठी का उपयोग में लेने के लिए हम सिर्फ इसकी जड़ों का ही नहीं बल्कि इसके तने, छाल आदि का उपयोग भी करते हैं। मुलेठी के बीज निकालने के बाद आप मिट्टी में इन्हें बो कर आसानी से मुलेठी की खेती कर सकते हैं, इसके बीजों को अंकुरित होने के लिए कुछ हफ्तों का समय लगता है। 

मुलेठी के बीज की फोटो

मुलेठी का दूसरा नाम क्या है? 

वैसे तो ज्यादातर लोग इसे मुलेठी के नाम से ही जानते हैं, लेकिन कई जगहों पर इसके नाम बदल जाते हैं। मुलेठी को अंग्रेजी में लिकाेरिस रूट के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा जेठीमधु, जेष्टिमधु, यष्टीमधु और मधुयष्टि आदि मुलेठी के अलग-अलग भाषाओं में दूसरे नाम हैं। 

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कहां-कहां उपयोग होती है मुलेठी? 

मुलेठी एक बहुत ही गुणकारी पौधा है और इसकी जड़ों का उपयोग एक नहीं बल्कि कई जगहों पर किया जाता है। जैसे :

  • मुलेठी की जड़ों और तने का पाउडर बनाकर दांतों, मसूड़े और गले की समस्याओं को दूर करने के लिए उपयोग किया जाता है, यही कारण है कि आजकल के टूथपेस्ट में आपको मुलेठी का जिक्र मिलता है। 
  • ग्रीन टी, ब्लैक टी आदि बनाने में भी मुलेठी के पाउडर का इस्तेमाल होता है। 
  • यदि आपको माइग्रेन की समस्या है तो मुलेठी आपके लिए फायदेमंद साबित होगी। 
  • इसके अलावा बालों के सही विकास के लिए भी मुलेठी का ही उपयोग होता है। 
  • मुलेठी के प्रयोग से खून साफ करने में भी सहायता मिलती है। 

मुलेठी एक ऐसा पौधा है, जिसका उपयोग बहुत सी जगहों पर किया जाता है। यदि आप मुलेठी की खेती करना चाहते हैं, तो यह आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है क्योंकि मुलेठी को उगाना बहुत आसान होता है। इसे ना तो बहुत अधिक पानी की आवश्यकता होती है और ना ही खाद और उर्वरक की, तो अब आप भी मुलेठी की खेती करने के बारे में सोच सकते हैं और इसकी खेती से लाखों रुपए का मुनाफा भी आसानी से कमा सकते हैं।

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