किसानों के लिए बड़ी अच्छी खबर है। किसानों के खाते में 52 करोड़ 14 लाख रुपए मुआवजे की राशि भेजी गई है। चलिए जानते हैं, किन किसानों को हुआ फायदा।
किसानों के खाते में आई 52 करोड़ रु की राशि
सरकार किसानों को कई तरह से आर्थिक मदद करती है। उन्हें विभिन्न योजनाओं के माध्यम से पैसे मिलते हैं, सब्सिडी, कर्ज माफी तथा मुआवजा आदि। आज हम बात कर रहे हैं 22,617 उन किसानों की, जिनके खाते में राज्य सरकार द्वारा 52 करोड़ 14 लाख रुपए की मुआवजा राशि भेजी गई है। दरअसल, यह मुआवजा का पैसा है। तो चलिए आपको बताते हैं, यह किन किसानों को मिला है।
इन किसानों को हुआ यह फायदा
दरअसल, यहां हरियाणा के किसानों की बात हो रही है। हरियाणा में वर्ष 2024-25 में कई किसानों को ओलावृष्टि और भारी बारिश का सामना करना पड़ा था, जिससे उनकी रबी की फसलें खराब हो गई थीं। अब जाकर उन्हें उस नुकसान का मुआवजा मिला है। किसानों को उनके लंबे इंतजार का फल मिल गया है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने बताया कि ‘क्षतिपूर्ति पोर्टल’ के माध्यम से एकत्रित आंकड़ों के आधार पर यह मुआवजा दिया गया है। इसके साथ ही, राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री विपुल गोयल ने भी एक नई वेबसाइट शुरू की है। पोर्टल में 2024-25 के दौरान हुए नुकसान का आकलन दर्ज किया गया था। इसके आधार पर बताया गया कि 57,485 एकड़ जमीन मुआवजे के लिए दर्ज की गई, जहाँ पर किसानों की फसलें खराब हुई थीं।
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यह 15 जिले हुए लाभान्वित
हरियाणा के करीब 15 जिलों के किसानों को मुआवजा मिला है। सबसे ज्यादा रेवाड़ी जिले के किसानों को 19.99 करोड़ रुपए की राशि दी गई है। इसके अलावा जिन जिलों को लाभ मिला, वे हैं- अंबाला, झज्जर, चरखी, दादरी, हिसार, भिवानी, गुरुग्राम, जींद, कुरुक्षेत्र, मेवात, महेंद्रगढ़, कैथल, रोहतक, यमुनानगर और पलवल। इस योजना का फायदा उन्हीं किसानों को मिला है, जो पंजीकृत थे।
फसल खराब होने पर कैसे मिलता है मुआवजा?
अगर किसान खेती को लेकर निश्चिंत रहना चाहते हैं और यह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि प्राकृतिक आपदा के समय उन्हें आर्थिक नुकसान न हो, तो वे प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना का लाभ ले सकते हैं। इस योजना में प्रीमियम भी कम देना होता है और इसके तहत ऋण भी लिया जा सकता है। साथ ही, खराब मौसम में फसल की रक्षा भी होती है। इस योजना की शुरुआत वर्ष 2016 में की गई थी।
इस तरह फसल का बीमा कराकर आर्थिक नुकसान से बच सकते है। देख सकते है रबी फसलों के नुकसान मुआवजा किसानों को मिला है।