किसानों को मिली बड़ी राहत, आंधी-बारिश-ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसल का मुआवजा देगी सरकार, 29 तहसीलों के किसान होंगे लाभान्वित

मध्य प्रदेश के जिन किसानों की फसले हाल ही में हुई आंधी-बारिश-ओलावृष्टि से बर्बाद हुई है तो सरकार उनको मुआवजा देगी। करीब 12 जिले इसमें चयनित किए गए हैं-

मध्य प्रदेश में बारिश और ओलावृष्टि

किसान बड़ी मेहनत से फसल तैयार करते हैं। लेकिन प्राकृतिक आपदा के आगे किसी की नहीं चलती है, और फसल एक झटके में बर्बाद हो जाती है। जैसे की हाल ही में मध्य प्रदेश में तेज आंधी तूफान बारिश और ओलावृष्टि हुई है। जिससे किसानों की फसलों को बहुत नुकसान हुआ है। इस समय रबी फसलों की कटाई चल रही है, और इस प्राकृतिक आपदा से किसानों को नुकसान हो रहा है। जिसमें 12 जिले के लगभग 29 तहसीलों के किसानों को यह फायदा दिया जाएगा।

राज्य सरकार द्वारा किसानों को मुआवजा की राशि देने के लिए ऐलान किया गया है, और सर्वे चालू है। जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई है उन्हें लाभ दिया जाएगा। चलिए आपको उन जिलों के नाम बताते हैं।

इन 12 जिलों के किसानों की फसल बर्बाद

खेती किसानी में कई तरह की लागत आती है, और मेहनत भी। लेकिन प्राकृतिक आपदा से सब कुछ पानी में चला जाता है। जिसमें आपको बता दे की एमपी के सिंगरौली, उमरिया, मैहर, शहडोल, सागर, शिवानी, कटनी, डिंडोरी, जबलपुर, दमोह, अनूपपुर, और पन्ना जिले के किसानों कि फसले बर्बाद हुई है। कहीं भारी बारिश तो कहीं तेज आंधी और कुछ जगह में ओलावृष्टि भी हुई है। जिससे फसल पूरी तरह से नष्ट हो गई है।

कितने क्षेत्र की फसल बर्बाद हुई है उसका भी आकलन किया गया है। जिसमें यह जानकारी मिल रही है कि 12 जिले के भीतर 29 तहसील आती हैं। जहां के किसानों को खराब मौसम का सामना करना पड़ा है। इसके भीतर 275 गांव है, जहां पर 2160 किसान है और उनकी 2194 हेक्टेयर की जमीन की फसल को इस प्राकृतिक आपदा से नुकसान पहुंचा है। जिसके लिए उन्हें चिंता करने की जरूरत नहीं है। सरकार की तरफ से उन्हें जल्द से जल्द मदद दी जाएगी।

इसके अलावा आकाशीय बिजली से पांच लोगों की मृत्यु भी हुई है। पशुओं की जान माल की भी हानि हुई है, और बताया जा रहा है कि दो घर भी इसके चपेट में आये हैं।

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मुआवजा के लिए यहां करें संपर्क

केंद्र से लेकर विभिन्न राज्य सरकार किसानों की आर्थिक मदद कर रहीं है। उन्हें विभिन्न प्रकार की सब्सिडी भी दी जा रही है। खेती के लिए प्रोत्साहन भी मिलता रहता है। वहीं अगर फसल किसी कारण से बर्बाद होती है तो इस पर भी किसानों को मुआवजा मिलता है, तो अगर प्राकृतिक आपदा जैसे की आंधी, तूफान, ओला दृष्टि बारिश आदि से फसल बर्बाद होती है तो किसानों को कृषि रक्षक हेल्पलाइन नंबर 14447 पर संपर्क करना चाहिए। लेकिन यहां पर शर्त है कि किसान ने फसल बीमा कराया हो।

बीमित किसान भाई को ही यहां पर सूचना देनी देना है। किसान अपनी बीमा कंपनी या फिर कृषि विभाग को भी 72 घंटे के भीतर सूचना दे सकते हैं कि हां उनकी फसल इस कारण से खराब हुई है। इसलिए किसान को जल्द से जल्द जानकारी देनी चाहिए।

अभी तक करोड़ों रुपए किसानों को मिले

किसानों की आर्थिक नुकसान की भरपाई करते हुए साल 2024-25 में करोड़ों रुपए किसानों को दिए गए हैं। जिसमें मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दे की 21 मार्च 2025 तक ओलावृष्टि से जिन किसानों की फसल खराब हुई है उन्हें 216.44 करोड रुपए दिए गए हैं। वहीं बढ़ वालों को 104.2 करोड रुपए। आग के कारण खराब हुई फसल को 16.02 करोड रुपए वितरित किए गए हैं। जिससे किसानों को बड़ी राहत मिली है। इस लिए फसल बीमा कराना जरूरी है।

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