बारिश से हुई फसल बर्बाद तो मुआवजा लेने के लिए इस पोर्टल पर करें पंजीकरण, क्षतिपूर्ति करेगी सरकार, 1.59 लाख किसानों ने किया पंजीयन

On: Monday, September 8, 2025 9:00 AM
मुआवजा के लिए इस पोर्टल पर करें पंजीकरण

किसान भाइयों, बारिश से हुई फसल बर्बाद तो आर्थिक रूप से सरकार से मदद लेने के लिए इस पोर्टल पर पंजीयन करें।

बाढ़ से फसल खराब- मुख्यमंत्री करेंगे किसानों की मदद

देश में कई राज्यों में बाढ़ देखी जा रही है, जिससे किसानों को नुकसान हो रहा है। इसका असर आम आदमी पर भी पड़ेगा, क्योंकि अगर अनाज का उत्पादन कम हुआ तो फिर अनाज की कीमत भी बढ़ जाएगी। किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए सरकार सहायता राशि दे रही है। कई राज्यों में सहायता राशि का वितरण शुरू हो चुका है।

हरियाणा की बात करें तो मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बताया कि 1.69 लाख किसानों ने वेब पोर्टल पर पंजीकरण कर लिया है, जिसमें राज्य के 9.96 लाख एकड़ फसल नुकसान का क्लेम किया गया है। अन्य किसानों से भी उन्होंने अनुरोध किया है कि वह जल्द से जल्द पंजीकरण करें।

मुआवजा के लिए इस पोर्टल पर करें पंजीकरण

खूब बारिश होने से सरकार ने बताया कि लगभग 2897 गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं, जिससे फसल का नुकसान हुआ है। प्रभावित किसान क्लेम दर्ज कर सकते हैं। इसी के लिए ई-क्षतिपूर्ति पोर्टल खोला गया है, जिसमें किसान पंजीकरण कर रहे हैं। जिन्होंने अभी तक पंजीकरण नहीं कराया है, वे नुकसान हुई फसल का विवरण पोर्टल पर अपलोड करें और मुआवजा का दावा दायर करें, ताकि किसानों को सरकार से सहायता राशि मिल सके।

किसानों को भेजी जा रही राहत सामग्री

जिन किसानों को बाढ़ से बहुत ज्यादा नुकसान हुआ है, हरियाणा सरकार उन्हें राहत सामग्री भेज रही है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने पंजाब और हिमाचल प्रदेश के लिए राहत सामग्री से भरे ट्रक को हरी झंडी दिखाई और किसानों की मदद के लिए रवाना किया।

उन्होंने यहां तक कहा कि प्राकृतिक आपदा पर कोई राजनीति न हो। कुछ लोग राजनीति करते हैं, मगर लोगों की सेवा करना हमारा कर्तव्य है। इस तरह मुख्यमंत्री कठिनाइयों का सामना कर रहे किसानों के साथ खड़े हैं और उनकी मदद कर रहे हैं।

हरियाणा के अलावा मध्यप्रदेश के भी कई किसानों को सरकार ने करोड़ों रुपए बीते दिन ही भेजे हैं, जिनके बारे में हमने आपको पहले जानकारी दी थी।

यह भी पढ़े- किसानों को सस्ते में मिलेगा ट्रैक्टर, जानिए GST की कटौती के बाद कितने रुपए की होगी बचत