छत्तीसगढ़ के किसानों के खिले चेहरे, साल भर मिलेगी सोलर फार्म स्टेशन से बिजली, मोटर पंप के साथ थ्रेसर भी चला सकेंगे। जानिये किसानों की ख़ुशी का कारण।
छत्तीसगढ़ के किसानों के खिले चेहरे
छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा किसानों को बड़ा तोहफा मिला है। जिसके बाद किसान बेहद खुश नजर आ रहे हैं। दरअसल, सिंचाई के लिए तो सोलर पंप का इस्तेमाल होता ही था। लेकिन अब सिंचाई के साथ-साथ खेती के अन्य उपकरण भी किसान चला पाएंगे। जिसमें जिन किसानों ने इस सोलर फार्म स्टेशन का इस्तेमाल किया है उनका कहना है कि उन्हें इससे बहुत ज्यादा फायदा हो रहा है। वह साल में तीन बार खेती कर सकते हैं और मोटर पंप के अलावा धान की मिल, थ्रेसर जैसी कई मशीन चला सकते हैं तो चलिए जानते हैं सोलर फार्म स्टेशन स्थापना के बारे में।
खेत में लगेगा सोलर फार्म स्टेशन
छत्तीसगढ़ में धान की खेती बहुतायत रूप से होती है। जिन्हे धान की खेती के लिए अब पानी की कमी नहीं होगी। सरकार ने किसानों को बड़ा तोहफा दिया है। आपको बता दे की सोलर फार्म स्टेशन किसानों के खेत में स्थापित किए जाएंगे। इसके लिए 27 लख रुपए रुपए की लागत आ रही है। लेकिन इससे सिंचाई की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।
मिली जानकारी के अनुसार आपको बता दे की हाल ही में दंतेवाड़ा गांव में तुमनार नदी के किनारे रहने वाले किसानों को पानी की समस्या से छुटकारा मिल गया है। उनका कहना है कि सोलर पंप स्टेशन स्थापित हो जाने से उन्हें पानी की समस्या नहीं होगी और ज्यादा से ज्यादा फसलें लगाकर वह अच्छी कमाई कर पाएंगे। क्योंकि बिजली की समस्या होने से वह खेतों में सिंचाई नहीं कर पाते थे। जिसकी वजह से बारिश के मौसम में ही बस वह खेती कर पाते थे। चलिए जानते हैं सोलर फार्म स्टेशन से किसान कौन-कौन-सी मशीन चला पाएंगे।
सोलर एनर्जी से क्या-क्या चला पाएंगे किसान
सोलर फार्म स्टेशन के द्वारा किसान सिंचाई तो कर ही सकते हैं साथ ही साथ थ्रेसर और ब्रीडर, धान मिल जैसे अन्य कृषि उपकरण भी इससे चला सकते हैं। जिसमें किसानों का कहना है कि सोलर फार्म स्टेशन के द्वारा मिनी सोलर राइस मिल से चावल दरने पर बढ़िया क्वालिटी में चावल निकलता है, वह टूटता नहीं है। जिसके कारण किसानों को इसकी और अच्छी कीमत मिलेगी। इस तरह सोलर फार्म स्टेशन से किसानों को कई तरीके के फायदे हैं। धूप का इस्तेमाल करके किसान खेती-किसानी से ज्यादा आमदनी ले पाएंगे।
तो जिन किसानों को खेती के लिए बिजली की समस्या से अब उन्हें राहत की सांस मिलेगी। जिससे के किसान अभी से उत्साह में नजर आ रहे है। क्योकि उन्हें अब बारिश का मुँह नहीं ताकना पड़ेगा।
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