किसानों को कृषक उपहार योजना के तहत ₹50,000 तक का पुरस्कार मिलता है। हाल ही में इस योजना में थोड़ा संशोधन किया गया है। तो चलिए, इसके बारे में जानते हैं।
कृषक उपहार योजना
कृषक उपहार योजना के तहत किसानों को ₹20,000 से लेकर ₹50,000 तक का पुरस्कार दिया जाता है। यह पुरस्कार 6 महीने में मंडी स्तर पर ड्रॉ निकालकर दिया जाता है।
- प्रथम पुरस्कार- ₹50,000
- द्वितीय पुरस्कार- ₹30,000
- तृतीय पुरस्कार- ₹20,000 दिया जाता है।
इस योजना से किसानों के मनोबल में बढ़ावा देखने को मिलता है। इसके अलावा, सरकार का उद्देश्य किसानों को नवाचारों से अवगत कराना, उनके कार्य को आसान बनाना, तथा योजनाओं में पारदर्शिता लाना है। इसी उद्देश्य से कृषक उपहार योजना में बदलाव किया गया है।
अब इन्हें मिलेगा ₹50,000 का पुरस्कार
कृषक उपहार योजना के तहत ₹50,000 का पुरस्कार अब केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा, जो ई-नाम पोर्टल के माध्यम से बिक्री करते हैं और भुगतान इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से करते हैं।
दरअसल, राजस्थान राज्य सरकार द्वारा कृषक उपहार योजना राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना के अंतर्गत चलाई जा रही है। इसमें ऑनलाइन बिक्री और ई-नाम पोर्टल शामिल है। इस योजना के तहत ऑनलाइन बिक्री करने वाले किसानों को उपहार कूपन मिलता है। बाद में लॉटरी प्रक्रिया के माध्यम से विजेताओं को ₹50,000 तक का पुरस्कार दिया जाता है।
हाल ही में राजस्थान के मुख्यमंत्री को कृषि विपणन विभाग ने एक प्रस्ताव भेजा है, जिसमें कहा गया है कि केवल वे किसान, जो ई-नाम पोर्टल पर बिक्री करते हैं और भुगतान ई-पेमेंट से करते हैं, उन्हें ही यह उपहार मिलेगा। बताया जा रहा है कि ई-पेमेंट पर कूपनों की संख्या कम है, इसलिए इस संशोधन के जरिए ई-पेमेंट करने वाले किसानों की संख्या बढ़ाने का प्रयास किया जा रहा है।
इस संशोधन को मिली स्वीकृति
सरकार ने इस संशोधन को स्वीकृति दे दी है। अब किसानों को ई-नाम पोर्टल पर बिक्री करते समय इलेक्ट्रॉनिक भुगतान करना होगा। इस तरह सरकार सुरक्षित डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा दे रही है, जिससे किसान और व्यापारी दोनों को लाभ मिलेगा।