अक्टूबर में अजवाइन की खेती से लखपति बन सकते हैं किसान, जानिए तरीका और कितना मिलता है उत्पादन व कीमत

On: Saturday, October 4, 2025 12:42 PM
अजवाइन की खेती का समय

अगर अक्टूबर में कोई ऐसी फसल लगाना चाहते हैं जिससे अधिक कमाई हो, तो अजवाइन का चयन कर सकते हैं। अजवाइन की कीमत अच्छी-खासी मिल जाती है। तो चलिए, इसके खेती का तरीका जानते हैं।

अजवाइन की खेती का समय

अजवाइन की खेती रबी और खरीफ दोनों सीजन में की जाती है। इस समय अक्टूबर से दिसंबर के बीच अजवाइन की खेती करना सबसे उपयुक्त माना जाता है। अक्टूबर में इसकी बुवाई का बढ़िया समय होता है। आप अच्छी जल निकासी वाली जमीन में अजवाइन की खेती कर सकते हैं। कई क्षेत्रों में यह खेती अगस्त और मार्च महीने में भी की जाती है।

अजवाइन की खेती का तरीका

अजवाइन के बीजों को सीधे खेतों में बोया जाता है। यदि आप पंक्तियों में खेती करना चाहते हैं, तो दो पंक्तियों के बीच की दूरी 30 से 40 सेमी और दो पौधों के बीच की दूरी 25 से 30 सेमी रखनी चाहिए। बीजों को 2 से 4 सेमी की गहराई तक बोना चाहिए, जिससे अंकुरण अच्छा होता है।

रबी सीजन में अजवाइन की खेती के लिए प्रति हेक्टेयर 2 से 3 किलोग्राम बीज की आवश्यकता होती है, जबकि खरीफ सीजन में 4 से 5 किलोग्राम बीज लगते हैं। बीज की मात्रा किस्म और खेती के तरीके पर भी निर्भर करती है।

close-up of celery plantation (leaf vegetable) in the vegetable garden

अजवाइन की खेती के लिए खाद

अजवाइन की खेती के लिए जैविक खाद में गोबर की पुरानी खाद का इस्तेमाल कर सकते हैं। लगभग 10 टन पुरानी गोबर की खाद खेत में मिलाकर जुताई करें। अजवाइन की फसल को नाइट्रोजन, फास्फोरस और पोटाश की आवश्यकता होती है। प्रति हेक्टेयर 30 किलोग्राम नाइट्रोजन, 30 किलोग्राम पोटाश और 40 किलोग्राम फास्फोरस दिया जा सकता है। इससे उत्पादन अच्छा होगा।

रासायनिक खादों का उपयोग मिट्टी की जांच (सॉयल टेस्ट) के बाद, जरूरत के अनुसार ही करें। अजवाइन की फसल 120 से 140 दिनों में तैयार हो जाती है। कटाई के बाद इसे लंबे समय तक भंडारण भी किया जा सकता है।

अजवाइन का उत्पादन और मिलने वाली कीमत

अगर किसान अच्छी किस्म का चयन करके सही समय पर और सही तरीके से खेती करें, तो प्रति हेक्टेयर 10 क्विंटल तक उत्पादन मिल सकता है। बाजार में इसकी कीमत ₹12,000 प्रति क्विंटल तक पहुंच जाती है। इस समय अक्टूबर महीने में अलग-अलग मंडियों में इसके भाव ₹4,000 से लेकर ₹12,000 प्रति क्विंटल तक चल रहे हैं। अगर किसान पैकेजिंग पर भी खर्च कर लेते है तो इसमें और कमाई हो सकती है।

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