15 लीटर दूध देने वाली इस नस्ल की भैंस को पालकर पशुपालक कमा रहे हैं 3 लाख रुपए महीना, जानिए ज्यादा दूध देने वाली भैंस की नस्ल

दुधारू पशु भैंस का पालन करके अच्छी खासी कमाई करना चाहते हैं तो चलिए इस लेख में ज्यादा दूध देने वाली भैंस की नस्ल की जानकारी देते हैं जिससे एक पशुपालक महीने का ₹300000 कमा रहा है-

पशुपालक का परिचय

दुधारू पशुओं का पालन करना कमाई का एक अच्छा विकल्प है और सरकार भी इसको प्रोत्साहित करती है। ऐसे में बेरोजगारी की समस्या कम होती है। दूध का उत्पादन अधिक होता है। तथा इससे कुछ लोगों को रोजगार भी मिल जाता है। ज्यादा दूध देने वाले पशुओं में भैंस का नाम सबसे आगे आता है। भैंस के दूध की डिमांड भी रहती है। कीमत भी अच्छी मिल जाती है, और अगर सही तरीके से पालन पोषण किया जाए तो बढ़िया मात्रा में दूध भी लिया जा सकता है। लेकिन ज्यादा कमाई करने के लिए अधिक दूध देने वाली भैंस की नस्ल का पालन करना चाहिए।

जिसमें आज हम अमरेली जिला के रहने वाले पशुपालक की बात कर रहे हैं। उनका नाम रामकुभाई धीरूभाई खुमाण है। वह पशुपालन करके महीने का 3 लाख से अधिक कमा रहे हैं। चलिए आपको बताते हैं वह किस नस्ल की भैंस का पालन करते हैं और ज्यादा मात्रा में दूध लेने के लिए उसे क्या खिलाते हैं।

ज्यादा दूध देने वाली भैंस की नस्ल

भैंस की कई ऐसी नस्ल है जो की अच्छी खासी मात्रा में दूध देती है। जिसमें से आज बन्नी नस्ल की भैंस की बात कर रहे हैं। जिसका पालन करके यह पशुपालक मालामाल हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि 2015 में उन्होंने दो भैसे से इस व्यवसाय को शुरू किया था। लेकिन आज उनके पास से 15 हैं। जिनसे 135 लीटर दूध का उत्पादन हो रहा है। बन्नी नस्ल की भैंस भी महंगी मिलती है। इसकी कीमत 120000 रुपए उन्होंने बताई है। जिससे 15 लीटर प्रतिदिन दूध मिलता है। जिससे अच्छी खासी की कमाई हो जाती है। चलिए आपको बताते हैं इस भैंस को क्या खिलाते हैं।

यह भी पढ़े- दुधारू पशुओं को गंभीर बीमारी हो या उनकी मृत्यु, पशुपालक को पैसे देगी सरकार, 75% सब्सिडी लेकर उठाएं इस योजना का लाभ

भैंस ज्यादा दूध देगी खिलाए यह चीज

दुधारू पशुओं के चारा-दाना पर बहुत ज्यादा ध्यान देना पड़ता है। तभी वह ज्यादा मात्रा में दूध देती है। इसके अलावा साफ सफाई, पशुओं का स्वास्थ्य यह सब चीज भी जरूरी होता है। पशुपालक ने बताया कि उनकी बन्नी नस्ल की भैंस 4 फीट ऊंची और 8 फीट लंबी है। जिससे उसे अच्छे से चारे-दाने की जरूरत पड़ती है। जिसके लिए वह रोजाना 8 या 10 किलो हरा चारा की व्यवस्था करते हैं। 5 से 7 किलो सूखा चारा भी देते हैं। जी हां हरा चारा के साथ-साथ पशुपालको को सुखा चारा की भी व्यवस्था करनी पड़ती है।

इतना ही नहीं दो या 4 किलो तक वह खली भी देते हैं। खली दूध बढ़ाने में मददगार होती है। यह गाय और भैंस को भी खिला सकते हैं। पशुओं को खली खिलाने से दूध का उत्पादन बढ़ाने के साथ उनका वजन भी बढ़ता है। साथ ही साथ सेहत भी बढ़िया बनी रहती है, सेहत सुधारने में यह मददगार है।

यह भी पढ़े- मछली पालन से लाखों की कमाई, इस सरकारी योजना से 10 लाख तक मिलेगी मदद, 350 किसानों को मिल चुका प्रशिक्षण

नमस्ते, मैं निकिता सिंह । मैं 3 साल से पत्रकारिता कर रही हूं । मुझे खेती-किसानी के विषय में विशेषज्ञता प्राप्‍त है। मैं आपको खेती-किसानी से जुड़ी तरो ताजा खबरें बताउंगी। मेरा उद्देश्य यही है कि मैं आपको 'काम की खबर' दे सकूं । जिससे आप समय के साथ अपडेट रहे, और अपने जीवन में बेहतर कर सके। ताजा खबरों के लिए आप https://khetitalks.com के साथ जुड़े रहिए । धन्यवाद