बॉयलर नहीं इस नस्ल की मुर्गी पाले, ₹20 का एक अंडा बिकता है, खोल देगा किस्मत का ताला।
ब्रायलर नहीं इस नस्ल की मुर्गी में है मुनाफा
आज हम आपके लिए कमाल की खबर लेकर आए हैं। आपको बता दे की एक मुर्गी पालक है जिन्होंने अपने व्यवसाय से होने वाले मुनाफे के बारे में बताया है। ताकि अन्य मुर्गी पालक भाई भी इसे आजमा कर अधिक कमाई कर सके। आपको बता दे की कुनूगाई गांव के रहने वाले खैरुल्लाह कई सालों से मुर्गी पालन कर रहे हैं। पहले वह बॉयलर मुर्गी का पालन करते थे। लेकिन उन्हें इसमें घाटा ज्यादा था। फायदा बहुत कम था।
इसीलिए अब वह देसी मुर्गी का पालन करते हैं। जिसका एक अंडा ₹20 का जाता है। थोक में बेंचे तो भी ₹15 का एक अंडा बिक रहा है। चलिए आपको हम बताते हैं कि उन्होंने कितनी मुर्गियों का पालन किया है और देसी मुर्गी में खर्च बॉयलर मुर्गी से कम कैसे आएगा फायदा कैसे हैं।
देसी मुर्गी पालन के फायदे
बॉयलर और देसी मुर्गी, दोनों उन्होंने पाला। जिसमें देसी में अधिक फायदा है। क्योंकि उनका कहना है की देसी में खर्च कम है देसी में दाना-दवाई आदि का खर्चा कम आता है। वह बताते हैं कि बॉयलर मुर्गी के लिए अलग से दाना खरीदना पड़ता है। जबकि देसी मुर्गी के लिए धान कुटाई केंद्र से कन खिलाते हैं। बॉयलर मुर्गी की तरह उसे विशेष दाने की जरूरत नहीं पड़ती है। इसे अधिक दवाई की आवश्यकता नहीं पड़ती। जल्दी बीमार नहीं होते हैं।
इन्हें बस एंटीबायोटिक और कैल्सियम देते हैं। जबकि बॉयलर मुर्गियों को कई प्रकार की दवाइयां देनी पड़ती है। उनके सेहत का विशेष ध्यान रखना पड़ता है। कीमत भी कम मिलती है तो चलिए अब जानते हैं वह देसी मुर्गी पालन में कितना खर्च कर रहे हैं और इससे कितना फायदा होगा।
देसी मुर्गी पालन में लागत और मुनाफा
देसी मुर्गी की कीमत बॉयलर से अधिक होती है। उसके अंडे भी अधिक कीमत पर बिकते हैं। लेकिन खर्च भी अच्छा खासा बैठता है। उन्होंने बताया कि अभी 1500 मुर्गियों उन्होंने पाली है। जिस पर 3.5 लाख रुपए का खर्चा आ चुका है। वही कमाई की बात करें तो अंडे से ही 4.5 लाख रुपए कमाई हो जाएगी। उन्होंने बताया कि 90 दिन में 90 अंडे देसी मुर्गी देती है। जिससे अच्छा खासा मुनाफा हो जाएगा। देसी मुर्गी के अंडे की कभी-कभी मुंह मांगी कीमत भी मिलती है। सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद होता है। देसी मुर्गा की कीमत तो हजारों में होती है।