मनीष आनंद ने मखाना की खेती से खड़ा किया करोड़ों का टर्नओवर, दुसरो को भी दे रहे है रोजगार। चलिए इनकी सफलता की कहानी जानते हैं।
मनीष आनंद कहाँ से हैं
मनीष आनंद बिहार के मधुबनी जिला के रहने वाले हैं। मधुबनी मिथिला क्षेत्र में आता है, जो मखाने की खेती के लिए पूरे दुनिया में जाना जाता है। माखन को ब्लैक गोल्ड भी बोला जाता है और मिथिला के मखाने को 2022 में GI टैग भी मिला है। मिथिला क्षेत्र के होने के कारण मनीष जी ने मखाने की खेती को बहुत करीब से देखा था। वह लंदन में अच्छे पोस्ट पर एक बहुत बड़ी कंपनी में काम करते थे। पर उन्होंने अपने गाँव से जुड़े रहकर माखन की खेती करने की सोची और फिर उन्होंने अपनी नौकरी छोड़कर मखाने की खेती की शुरुआत की।
मखाने की खेती की सुरुआत कैसे की
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोकल फॉर लोकल मुहिम की शुरुआत की। इसी के तहत मनीष आनंद जी ने मखाने की खेती शुरू की। बिहार में मखाने का 90 % उत्पादन होता है, जो की दुनिया भर में एक्सपोर्ट होता है। मार्केट में इसकी मांग बहुत ज्यादा रहती है पर उत्पादन उसके मुताबिक बहुत कम रहता। इसलिए मनीष जी ने मार्किट का अच्छे से रिसर्च करने के बाद मखाने की खेती की शुरुआत की। इस खेती के जरिए उन्होंने इंडस्ट्री सेटअप किया। इंडस्ट्री को सेटअप करने में उन्हें सरकार ने भी मदद की।
32 करोड़ रुपए का सालाना टर्नओवर
मनीष आनंद की मिथिला नेचुरल्स इंडस्ट्री बहुत सारी मखाने की वैरायटी बनाती हैं। इसमें नेचुरल मखाना, इंस्टैंट बनने वाली मखाना खीर और भी बहुत सारे उत्पाद हैं। इनकी कीमत 20 रुपए से शुरू होकर 5000 रुपए तक रहती है। इनके प्रोडक्ट की मांग विदेशों में भी रहती है और वे पूरुषो के साथ महिलाओं को भी रोजगार दे रहे हैं। उनका सालाना टर्नओवर 32 करोड़ तक पहुंच गया है।
इनकी यह सफलता की कहानी बताती है कि कैसे अपने क्षेत्र का नाम रोशन करते हैं और अपने साथ दूसरों को भी आगे बढ़ाते हैं।
ये भी पढ़ें – अशोक तपस्वी की अनोखी सोच : आर्गेनिक सिन्दूर से पहचान और 45 लाख की कमाई

नमस्कार! मैं पल्लवी मिश्रा, मैं मंडी भाव से जुड़ी ताज़ा खबरें लिखती हूं। मेरी कोशिश रहती है कि किसान भाइयों को सही और काम की जानकारी मिले। ताकि आप अपनी फसल सही दाम पर बेच सकें। हर दिन के मंडी भाव जानने के लिए KhetiTalks.com से जुड़े रहिए।