लहसुन की खेती करने वाले किसानों को यहां पर ऊटी लहसुन से भी बढ़िया वैरायटी बताने जा रहे हैं, जिससे फायदा ही फायदा होगा-
लहसुन की खेती
लहसुन की डिमांड हमारे पूरे भारत देश में रहती है। लहसुन की फसल से कम लागत में किसान अधिक मुनाफा कमा सकते हैं। बस बढ़िया कीमत मिलनी चाहिए। जिसके लिए लहसुन की वैरायटी अच्छी हो, तथा किसान को उत्पादन अधिक मिले। अगर रोग प्रतिरोधक क्षमता उस वैरायटी की अधिक होती है तो किसानों को खर्चा कम करना पड़ता है। जिससे फायदा अधिक होता है, तो चलिए जानते हैं लहसुन की बढ़िया वैरायटी के बारे में।
लहसुन की बढ़िया वैरायटी
दरअसल, यहां पर सुपर शंकर वैरायटी की बात की जा रही है। सुपर शंकर लहसुन की बढ़िया वैरायटी है। यह भारतीय कृषि अनुसंधान केंद्र द्वारा विकसित की गई है और 160 से 180 दिनों में पक जाती है। इसके आकार बड़े होते हैं। साथ ही इसकी एक और खासियत यह है कि इसे लंबे समय तक स्टोर किया जा सकता है। स्टोरेज क्षमता अधिक होती है। जिससे अच्छी कीमत मिलने पर इसकी किसान बिक्री कर सकते हैं। एक बीघा में 20 से 25 क्विंटल तक उत्पादन मिल जाता है।

इसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता अधिक होने से खर्च कम होता है। क्योंकि दवाई का खर्चा बचता है। अगर किसान के खेत कमजोर है ज्यादा उपजाऊ नहीं है तो भी इस फसल से बढ़िया उत्पादन ले सकते हैं।
लहसुन की खेती का समय
लहसुन की खेती के सही समय की बात करें तो अक्टूबर से नवंबर के बीच यानी ठंडी जलवायु में लहसुन की खेती की जाती है। ठंडी जलवायु में लहसुन के कंद अच्छी तरह से विकसित होते हैं। लहसुन की फसल से अच्छा उत्पादन लेने के लिए खेत की मिट्टी में सड़ी हुई गोबर की खाद एवं में कंपोस्ट मिलाना चाहिए और खरपतवार से बचाना चाहिए। लहसुन की खेती के लिए बढ़िया जल निकासी वाली बलुई दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है।