बेरोजगार युवा खाली बैठना छोड़ कर करें ये काम, कम लागत में होगा ज्यादा मुनाफा, बेरोजगार युवाओं के जीवन में आने वाली है खुशियां, जानिए इस कीट के बारे में।
रेशम की खेती
आज हम बात करेंगे रेशम की खेती के बारे में, यह बहुत अच्छी खेती है। किसान इससे लाखों रुपए कमाते हैं। रेशम की खेती कहां-कहां की जा सकती है। तो मैं आपको बता दूं कि दुनिया में जहां-जहां शहतूत है, वहां-वहां आप रेशम की खेती कर सकते हैं। 90% रेशम शहतूत के पत्तों को खाकर जिंदा रहने वाले कीड़े से पैदा होता है। इन कीड़ों को शहतूत के पत्तों की जरूरत होती है और अगर आपके यहां शहतूत के पत्ते हैं तो आप खेती कर सकते हैं, इससे ही रेशम का उत्पादन होता है।
रेशम कीट की किस्म
- मलबरी।
- टसर।
- ओक टसर।
- एरि।
- मुगा।
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रेशम कीट की खेती का तरीका
इसकी खेती के दो तरीके हैं। पहला, आपके पास एक कमरा होना चाहिए जिसके अंदर रैक हो, रैक के अंदर कुछ स्टैंड होने चाहिए और दूसरा, आपके खेत में शहतूत का पेड़ लगा होना चाहिए। आपके पास जितने शहतूत के पत्ते होंगे, आप उतने ही रेशम के कीड़े पाल सकते हैं और जितने कीड़े पाल सकते हैं, उतना ही रेशम का उत्पादन होगा, जितना रेशम का उत्पादन होगा, उतनी ही आय होगी।
इनके दो तरह के बीज होते हैं, अंडे, 10 दिन के बच्चा तैयार हो उसे भी की जाती है। अगर आपको 10 दिन का बच्चा मिलता है, तो उसे शहतूत के पत्ते खाने दें। यह 1 महीने का उत्पाद है, फिर यह आप पर निर्भर करता है कि आप इसे कितनी बार उत्पाद करना चाहते हैं।
रेशम कीट हार्वेसिंग कब और कैसे कर ?
आपने जितने भी बच्चे पाले हैं, वे एक महीने में बॉल रूप में चेंज हो जायेगे। वे अपनी ही जाले में उलझकर अंदर ही मृत पाए जाएंगे। उन्हें इकट्ठा करके बाजार में बेचना होगा। इसकी कटाई पूरे साल चलती रहती है। आज से कीट पाल रहे है तो आप 1 महीने बाद कटाई कर सकते हैं।
खर्च और कीमत
आपके पास जितने ज़्यादा शहतूत के पेड़ और कीट होंगे, आपको उतना ही ज़्यादा मुनाफ़ा होगा। 1 एकड़ में शहतूत की मदद से 300 किलो शहतूत आसानी से पैदा किया जा सकता है। इसकी लागत 300 रुपये प्रति किलो है। अगर आप साल में 5 सेट का उत्पादन करते हैं, तो आप 4 लाख रुपये कमा सकते हैं। लागत बहुत कम है।