इन 2 फसलों की करें इंटरक्रॉपिंग, 60 दिन में 4 लाख रु से ज्यादा कमा सकते हैं किसान, एक बीघा जमीन से होगा बंपर मुनाफा

On: Monday, September 22, 2025 8:08 AM
इंटरक्रॉपिंग तकनीक से खेती के फायदे

छोटी जमीन में ज्यादा कमाई करने के लिए इंटरक्रॉपिंग तकनीक बढ़िया होती है। तो चलिए, उन दो फसलों के बारे में जानते हैं जिन्हें एक साथ उगाया जा सकता है।

इंटरक्रॉपिंग तकनीक से खेती के फायदे

इंटरक्रॉपिंग तकनीक में एक ही खेत में, एक ही समय पर एक से ज्यादा फसलें उगाई जाती हैं, जिससे खर्च कम और मुनाफा ज्यादा होता है। यदि किसान करेला और गोभी की खेती साथ में करें, तो अच्छी कमाई हो सकती है। करेला बेल वाली फसल होती है, जबकि गोभी एक छोटे पौधे की फसल है। इसलिए इनकी संयुक्त खेती करना आसान होता है। एक बीघा जमीन से ही किसान ₹4 से ₹5 लाख तक की कमाई कर सकते हैं। तो आइए, जानते हैं कितना खर्च आएगा और प्रति किलो कितनी कीमत मिलने पर कितना फायदा होगा।

प्रति किलो कितना मिलेगा भाव

किसानों को करेला और गोभी दोनों की खेती में फायदा है, क्योंकि दोनों की बाजार में अच्छी मांग रहती है। करेला सेहत के लिए लाभकारी होता है, वहीं यदि गोभी की गुणवत्ता अच्छी हो तो किसान उसकी बिक्री अच्छे दामों में कर सकते हैं। कई किसान बताते हैं कि उन्हें बाजार में एक पीस गोभी का ₹50 तक मिल जाता है, जबकि करेला ₹45 प्रति किलो तक बिक जाता है। ऐसे में यदि किसान एक बीघा में लगभग 6,000 गोभी के पौधे लगाते हैं और साथ ही करेला की खेती भी करते हैं, तो अच्छा मुनाफा होता है।

यदि 6,000 गोभी के पौधे लगाए जाएं और प्रति पीस ₹50 का भाव मिले, तो कुल ₹3,00,000 की कमाई सिर्फ गोभी से हो जाती है। वहीं करेला से भी ₹2,00,000 तक की कमाई हो सकती है। इस तरह कुल मिलाकर किसान ₹4 से ₹5 लाख तक की कमाई कर सकते हैं, वह भी सिर्फ 60 दिनों के भीतर। फूलगोभी की फसल लगभग 100 से 120 दिनों में तैयार होती है, जबकि करेला 55 से 90 दिनों में पक कर तैयार हो जाता है।

खेती में आने वाला खर्च

यदि किसान भाई करेला और गोभी की इंटरक्रॉपिंग करते हैं, तो खर्चा कम आता है। खेत की तैयारी दोनों फसलों के लिए एक ही बार करनी होती है और खाद का खर्चा भी कम आता है। कई किसान बताते हैं कि यदि वे एक बीघा में 6,000 गोभी के पौधे लगाते हैं, तो एक पौधा ₹3 का पड़ता है। इस तरह गोभी की लागत ₹18,000 आती है। वहीं करेला की खेती में पौधे लगाने में लगभग ₹12,000 तक का खर्च आता है।

हालाँकि, मुनाफा इससे कहीं अधिक होता है। जैसा कि ऊपर बताया गया, करेला की फसल से ज्यादा उत्पादन और बेहतर गुणवत्ता के लिए मंडप बनाना उचित होता है।

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