बदलते मौसम और कड़कड़ाती ठंड में आलू की फसल में पाले का काफी प्रभाव होता है जिससे फसल के उत्पादन में गिरावट होने की संभावना बनने लगती है ये घोल आलू की फसल के लिए बहुत फायदेमंद साबित होता है तो चलिए जानते है कौन सा घोल है।
आलू की खुदाई से पहले खेत में डालें ये घोल
Agriculture tips-आलू की खेती बहुत ज्यादा लाभकारी होती है इसकी खेती में बंपर उत्पादन पाने के लिए किसान कड़ी मेहनत करते है लेकिन मौसम के बदलाव के कारण से आलू की फसल पीली पड़ने लगती है। आज हम आपको एक ऐसे जैविक घोल के बारे में बता रहे है जो आलू की फसल को पाले और पीलेपन के प्रभाव से बचाता है और उत्पादन को कई गुना मात्रा में बढ़ाता है। इस जैविक घोल को आप अपने घर में ही आसानी से तैयार कर सकते है तो चलिए जानते है कौन सा घोल है।

दोगुनी हो जाएगी आलू की पैदावार
आलू की खुदाई से पहले खेत में छिड़काव करने के लिए हम आपको छाछ और गुड़ से बने जैविक फर्टिलाइजर के बारे में बता रहे है ये घोल आलू की फसल को झुलसा रोग, पीलापन और पाले के प्रभाव से बचाता है छाछ में फास्फोरस, कैल्शियम, पौटेशियम समेत कई तरह के पोषक तत्व पाए जाते है जो आलू के उत्पादन को भी कई गुना मात्रा बढ़ाते है इस जैविक घोल के छिड़काव से आलू का साइज भी बड़ा होता है इसलिए इसका उपयोग आलू की फसल में जरूर करना चाहिए।
कैसे करें उपयोग
आलू की फसल में छाछ और गुड़ से बने जैविक फर्टिलाइजर का उपयोग बहुत उपयोगी और लाभकारी साबित होता है इसका उपयोग करने के लिए 2 लीटर छाछ में ढाई सौ ग्राम गुड़ को अच्छे से मिलाना है और इसमें 10 लीटर पानी को डालकर जैविक फर्टिलाइजर तैयार कर लेना है फिर इस जैविक फर्टिलाइजर को आलू की फसल में छिड़काव करना है ऐसा करने से आलू में पीलापन नहीं होता है और रोग भी नहीं लगते है।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।