अगर बरसात में कोई ऐसा पौधा लगाना चाहते हैं, जिससे आने वाले 25 साल तक घर बैठे कमाई कर सकें, तो चलिए एक डिमांड वाली फसल की जानकारी देते हैं।
एक हेक्टेयर से 24 लाख रुपए की कमाई कैसे होगी?
ऐसी कई फसलें हैं, जिनसे कम जमीन से भी ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं। बस जरूरत है ऐसी फसल लगाने की, जिसकी बाजार में अच्छी मांग हो, कीमत अच्छी मिले और उत्पादन भी बढ़िया हो।
यहां हम एक ऐसे फल की खेती के बारे में बता रहे हैं, जो लोग आसानी से अपने घर पर या खेत में तैयार कर सकते हैं। अगर एक हेक्टेयर जमीन में बरसात के मौसम में 400 पौधे लगाते हैं, तो 24 लाख रुपए तक की कमाई कर सकते हैं।
दरअसल, एक पौधे से औसतन 65 से 70 किलो तक उत्पादन मिल सकता है, लेकिन यदि हम न्यूनतम 30 किलो भी मानें, तो 400 पेड़ों से 12,000 किलो उत्पादन मिल जाता है। गर्मियों में इसकी कीमत ₹200 से ₹300 प्रति किलो तक जाती है। यदि न्यूनतम ₹200 प्रति किलो भी मानें, तो कुल कमाई ₹24 लाख बनती है। आइए, जानते हैं यह फल कौन सा है।
गर्मियों में रहती है इस फल की भारी डिमांड
यहां बात हो रही है नींबू की खेती की। जिसमें “बालाजी वैरायटी” का चयन कर सकते हैं, जिसे “कागजी नींबू” भी कहा जाता है। यह किस्म तीन से चार फीट के पौधों के रूप में आती है और अच्छा मुनाफा देती है। एक बार लगाने के बाद यह पौधे 25 साल तक फल देते हैं, जिससे किसानों को लंबे समय तक कमाई होती है।
इस वैरायटी के नींबू आम नींबुओं से बड़े और भारी होते हैं। अगर बरसात में नींबू की खेती करना चाहते हैं, तो आइए जानते हैं इसे कैसे लगाना है।
3 फीट का गड्ढा बनाकर लगाएं पौधे
कई किसानों ने बरसात में इस नींबू की इस वैरायटी को लगाया है। उन्होंने बरसात शुरू होने से पहले गर्मियों में ही 2.5 से 3 फीट का गड्ढा खोदकर उसमें उपजाऊ खाद और फफूंदनाशक डाल दिया था, ताकि दीमक की समस्या न आए।
जब बरसात शुरू हुई, तो उन्होंने पौधे रोप दिए। पौधे लगाने के 15 दिन बाद उन्होंने यह भी जांचा कि यदि कुछ पौधे खराब हो गए हैं, तो उनकी जगह नए पौधे लगा दिए जाएं। इसके साथ ही, वे जरूरत अनुसार फफूंदनाशक डालते रहे, क्योंकि नींबू के पौधों में दीमक की समस्या जल्दी आ जाती है।
इसके अलावा, किसान बताते हैं कि अगर पौधे लगाते समय जड़ों को नुकसान होता है, तो पौधा सूख सकता है। इस तरह उन्होंने एक हेक्टेयर में 400 से 500 पौधे लगाए।
बालाजी नींबू वैरायटी का एक पौधा शुरुआती वर्षों में 30 से 40 किलो तक उत्पादन देता है, जबकि बाद में एक क्विंटल तक उत्पादन हो सकता है।
यह नींबू 3 से 4 साल में तैयार हो जाता है। तब तक पौधों की देखभाल जरूरी होती है। किसान यह भी बताते हैं कि हर 3 से 4 महीने में गुड़ाई करनी चाहिए, और जो छोटी-छोटी जड़ें (जाल) निकलती हैं, उन्हें हटाते रहना चाहिए, वरना पौधों का विकास रुक सकता है। इस तरह बरसात में नींबू की खेती एक अच्छा विकल्प है।