बरसात में गमले में काई और मिट्टी में कीड़े लगने की समस्या आ रही है तो तुरंत कर लें यह उपाय, नहीं सूखेंगे पौधे

बरसात में गमले में काई और मिट्टी में कीड़े लगने की समस्या आ रही है तो तुरंत कर लें यह उपाय, नहीं सूखेंगे पौधे। जिससे न होगा गमला खराब और पौधों को भी नहीं होगा कोई नुकसान।

बरसात में बगीचे का ख्याल

देश के कई राज्यों में मानसून की एंट्री हो गई है। लगातार कई राज्यों में रोजाना बारिश भी हो रही है। ऐसे में जिन लोगों ने अपने घरों में फूल-पौधे लगा रखे हैं। उनको पौधों पर भी ध्यान देना होगा। क्योंकि बारिश में क्या होता है कि गमले में काई लगने की समस्या आ जाती है, और मिट्टी में कीड़े पड़ने से पौधे भी सूख सकते हैं। इसीलिए आज हम जानेंगे कि अगर इस तरह की समस्या आती है तो आप क्या उपाय कर सकते हैं तो चलिए जाने बरसात में आपको गमले में लगे पौधों को सूखने से कैसे बचाना है।

बरसात में गमले में काई और मिट्टी में कीड़े लगने की समस्या आ रही है तो तुरंत कर लें यह उपाय, नहीं सूखेंगे पौधे

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गमले में काई और मिट्टी में कीड़े लगे तो ये करें

नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानिए बरसात में गमलें में काई और मिट्टी में कीड़े लगने से कैसे बचाएं।

  • अगर आपके गमले में काई लग गई है तो मिट्टी और पौधा निकाल कर विनेगर-पानी से गमले की सफाई कर सकते हैं। जिसके लिए आपको विनेगर पानी गमले में लगाकर 5-6 मिनट के लिए छोड़ना है और फिर साफ कर लेना है।
  • वहीं अगर आपकी मिट्टी में कीड़े की समस्या आ रही है तो हो सकता है कि आपने बारिश में गमला रख दिया होगा जिसकी वजह से गमले में कई लग गई होगी और अंदर की मिट्टी में भी कीड़े पड़ गए होंगे। इसके लिए आप नीम के पत्तों का इस्तेमाल कर सकते हैं। जी हां आपको बता दे की बरसात शुरू होने से पहले ही मिट्टी में अगर नीम के पत्ते की सूखी खाद मिला दी जाए तो कीड़े पड़ने की समस्या नहीं आती।
  • लेकिन अगर आपकी मिट्टी में कीड़े लगे हैं तो आप क्या करें की मिट्टी को निकाल कर ‌धूप में सुखा लीजिये और कीड़े निकलने के बाद उसमें वापस से पौधा लगा लीजिए। मिट्टी में कीड़े लग जाते हैं तो विनेगर का उपाय भी कर सकते हैं। इसके लिए आपको विनेगर करीब 6-7 चम्मच लेकर पानी में मिक्स करना है, और फिर मिट्टी में छिड़कना है। करीब 4 से 5 घंटे के लिए आपको मिट्टी को छोड़ देना है। उसके बाद जब एक-दो दिन तक उसमें कीड़े नहीं दिखते तो आप उसमें पौधे लगा सकते हैं।

अगर आप चाहते है की गमलें की मिट्टी में कीड़े या काई की समस्या ना आये तो लगातार बारिश होने पर पौधों को खुले में ना रखे।

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