अंजीर की खेती के लिए 20 हजार रु दे रही सरकार, किसानों की बढ़ेगी आय, यहाँ से करें आवेदन, तीन किस्तों में आएंगे पैसे।
किसानों की बढ़ेगी आय
किसानों की आय को बढ़ाने के लिए सरकार समय-समय पर नई योजनाएं लेकर आती है। जिसमें आज हम बात कर रहें राज्य सरकार की योजना की, जिसमें अंजीर की खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है। अंजीर सेहत के लिए लाभकारी है। यह ताजा और सूखा दोनों इस्तेमाल में आता है। इसके फायदों के प्रति लोग जागरूक होते जा रहे है। बाजार में डिमांड बढ़ रही है। इसी लिए सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए अब अंजीर खेती के लिए सब्सिडी दे रही है। चलिए जानते है योजना का नाम।
अंजीर फल विकास योजना
अंजीर फल विकास योजना के तहत ही किसानों सब्सिडी मिलेगी। यह योजना बिहार राज्य सरकार की है। बिहार के किसानों अंजीर की खेती के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। बता दे कि बिहार कृषि विभाग ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर दिया है। जिसमें बताया गया है कि बिहार के किसानों को अंजीर की खेती करने पर 40 फीसदी सब्सिडी मिलेगी। यानि कि 20 हजार रु, क्योकि प्रति इकाई लागत करीब 50 हजार रु आएगा। जिसमें तीस हजार किसानों खर्च करने होंगे। यह सब्सिडी का पैसा किसानों को सरकार तीन किस्तों में देगी। जिससे जरूरत के अनुसार समय पर उन्हें लाभ मिल जाएगा। चलिए जानते है आवेदन कैसे करना है।
अंजीर की खेती ऐसे करें किसान
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानिये अंजीर की खेती कैसे होती है।
- अंजीर की खेती के लिए पहले पौधें की नर्सरी तैयार की जाती है।
- इसके खेती के लिए शुष्क और आर्द्र जलवायु बढ़िया होती है।
- मिट्टी की बात करें तो जल निकासी वाली उपजाऊ दोमट मिट्टी बढ़िया होती है।
- जिसमें मिट्टी का पीएच मान 6 से 7 हो तो बेहतर होगा।
- इसकी खेती के लिए 25 से 35 डिग्री के बीच का तापमान बढ़िया होता है।
- अंजीर के पौधे में बरसात के समय रोपे जाते है।
यहाँ से करें आवेदन
नीचे लिखे बिंदुओं के अनुसार जानिये आवेदन कैसे करना है।
- अंजीर की खेती के लिए सब्सिडी लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
- जिसके लिए राज्य सरकार की horticulture.bihar.gov.in वेबसाइट पर जाना होगा।
- यहाँ पर होम पेज में योजना के विकल्प पर क्लिक करें।
- फिर सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकते है।
- जिसमें आपको एक रजिस्ट्रेशन फॉर्म मिलेगा।
- उसमें मांगी गई जानकारी को भरना है।
अपने सरल भाषा में समझने के लिए जिला के कृषि या बागवानी विभाग के कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। वहां पर सभी चीजों की जानकारी मिल जायेगी।