अगर आप पशुपालक है और दुधारू पशु को गंभीर बीमारी या उनके मृत्यु होने पर आर्थिक नुकसान से बचाना चाहते हैं तो चलिए एक ऐसी योजना के बारे में बताते हैं जो इस स्थिति में आर्थिक मदद करेगी-
दुधारू पशुओं में बीमारी या मृत्यु होने से नुकसान
पशुपालन में कमाई तभी है जब दुधारू पशु स्वस्थ रहे और ज्यादा मात्रा में दूध का उत्पादन करें। उनको किसी तरह की बीमारी ना आए। अगर आए भी तो दवाई कराने का खर्चा ना उठाना पड़े या फिर उनके मृत्यु होने पर सरकार से मुआवजा मिल जाए। जिससे पशुपालकों को नुकसान ना हो। क्योंकि दुधारू पशु बहुत महंगे मिलते हैं। कीमत लाखों तक उनकी पहुंच जाती है। ऐसे में अचानक से उनके बीमार होने पर आर्थिक बोझ बढ़ जाना या उनकी मृत्यु होने पर पूरे पैसे पानी में चले जाने से पशुपालक को भारी भरकम आर्थिक नुकसान हो जाता है।
लेकिन इस परेशानी से पशुपालक छुटकारा पाने के लिए पशु का बीमा करवा सकते हैं, तो चलिए आपको योजना के बारे में बताते हैं जिस पर सरकार 75% सब्सिडी दे रही है।
दुधारू मवेशियों का पशु बीमा
दुधारू मवेशियों का पशु बीमा योजना चल रही है। यह योजना पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग के गव्य निदेशालय की तरफ से चलाई जा रही है। जिसमें पशुपालकों को 75% अनुदान पशु का बीमा करने पर मिल रहा है। यानी कि सिर्फ 25% पशुपालक को बीमा की राशि देनी होगी। इसी योजना का लाभ पशुपालकों को मिलेगा। जिनके पशु स्वस्थ हैं, और पशु चिकित्सक द्वारा स्वास्थ्य का प्रमाण पत्र उन्हें मिला हुआ है। साथ ही आपको बता दे की बीमा कंपनी 1 साल का बीमा करेगी और दुधारू पशुओं के डाटा और टैग में लिखा जाएगा।
इस टैग को किसानों को सुरक्षित रखना है। उसे किसी तरह से नुकसान नहीं होना चाहिए या वह गायब नहीं होना चाहिए। बीमा हो जाने के बाद अगर किसी कारण से पशु की मृत्यु होती है, तो ऐसे में जिला गव्य विकास पदाधिकारी को सूचना देनी है। इस योजना के बारे में बीमा देते समय पशुपालकों को पूरी जानकारी मिल जाएगी तो उसके लिए चिंता करने की जरूरत नहीं।

आवेदन कैसे करें
अगर आप इस योजना खराब लेना चाहते हैं, पशुओं का बीमा करना चाहते हैं, तो दुग्ध उत्पादक सहयोग समिति के सदस्य या दुधारू पशुपालक लेने के लिए पात्र है, और वह गव्य विकास निदेशालय की आधिकारिक वेबसाइट http://dairy.bihar.gov.in/ पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। यहां पर 75% अनुदान मिलता है, जिसमें 1575 रुपए अनुदान के रूप में मिलेगा और 25% किसानों को ही मतलब की 525 रुपए पशुपालकों को देना होगा।
दरअसल, इस योजना के तहत दुधारू गाय की अधिकतम कीमत 60,000 रुपए रखी गई है, उस हिसाब से बीमा की राशि ₹2100 होती है। यानी कि 3.5% की दर से बीमा किया जा रहा है। इस तरह से 525 रुपए में बड़े आर्थिक नुकसान से पशुपालक बच सकते हैं। बिहार सरकार की यह योजना पशुपालन व्यवसाय को आगे बढ़ाने में मददगार होगी।