अमेरिकन मक्का यानी स्वीट कॉर्न की खेती किसानों के लिए ज्यादा मुनाफे वाली साबित हो सकती है। जानिए इसकी बुवाई का सही समय, बीज, उत्पादन, कीमत और बिक्री की पूरी जानकारी।
अमेरिकन मक्का की खेती
अमेरिकन मक्का जिसे स्वीट कॉर्न भी कहते हैं, इसकी खेती में किसानों को फायदा है। यह भारत में बहुत पसंद किया जा रहा है, इसलिए इसकी अच्छी कीमत मिलेगी। अमेरिकन मक्का की खेती में फायदा यह है कि यह कम समय में तैयार होने वाली फसल है और खर्चा भी कम आता है। अमेरिकन मक्का स्वाद में मीठा होता है, जल्दी पक जाता है, इसलिए इसका इस्तेमाल बढ़ रहा है।
अमेरिकन मक्का की खेती के लिए किसानों को सही समय पर बुवाई और कटाई करना चाहिए। तो चलिए जानते हैं अमेरिकन मक्का कब बोया जाता है, इसका बीज कहाँ मिलेगा, इसका भाव कितना मिलता है और एक एकड़ में कितना उत्पादन होता है।
अमेरिका मक्का और इंडियन मक्का में अंतर
अमेरिकन और भारतीय मक्का में बहुत ज्यादा साफ-साफ अंतर होता है।
- अमेरिकन मक्का स्वीट कॉर्न होता है, जो जल्दी पकता है और स्वाद में मीठा होता है।
- वहीं भारतीय मक्का, जो पारंपरिक मक्का या फील्ड कॉर्न कहलाता है, इसके दाने कठोर होते हैं और इसे तेज आँच में थोड़ी देर तक पकाया जाता है, तब यह अच्छे से खाने लायक होता है।
- अमेरिकन मक्का के इस्तेमाल की बात करें तो इसे ताजा खाने, डिब्बाबंद खाद्य पदार्थों और जमे हुए खाद्य पदार्थों में किया जाता है। मगर इंडियन मक्का का इस्तेमाल आटा और रोटी बनाने के लिए, दलिया बनाने के लिए तथा अन्य पारंपरिक पदार्थों में किया जाता है।
अमेरिकन मक्का का भाव
अमेरिकन मक्का की खेती में फायदा है, लेकिन किसानों के मन में सवाल होगा कि इसकी कीमत कितनी मिलती है। तो बता दे कि अमेरिकन मक्का स्वीट कार्न के भाव खुदरा स्तर पर देखे तो दिल्ली, मुंबई जैसे बड़े शहरों में ₹40 से लेकर 242 रुपए किलो अब तक में बिकता है। वही क्विंटल की बात करें तो ₹4000 से लेकर 24200 क्विंटल के हिसाब से, जिसमें रिटेल रेंज ज्यादा होने का कारण अच्छी ब्रांडिंग, पैकिंग, मार्केटिंग और मुद्रा लागत होती है।
इसके आलावा कुछ जगहों में इस समय 1650 रुपए प्रति क्विंटल देखने को मिल रहा है। यह कीमत ऊपर-नीचे भी होती रहती है। स्वीट कॉर्न की डिमांड सड़क किनारे लगे ठेलों से लेकर फाइव स्टार होटल तक रहती है, जिससे किसानों को उचित कीमत मिलती है। बस इसकी गुणवत्ता अच्छी होनी चाहिए।
अमेरिकन मक्का का उत्पादन
सही समय पर और सही तरीके से अगर अमेरिकन मक्का की खेती की जाए तो किसान एक एकड़ से 4470 किलो उत्पादन प्राप्त कर सकते हैं। कई इलाकों में किसान 5080 किलो तक उत्पादन प्राप्त कर लेते हैं।
अमेरिकन मक्का कब बोया जाता है
अमेरिकन मक्का की बुवाई के समय की बात करें तो गर्मी में किसान इसकी खेती करते हैं। फरवरी और मार्च के अंदर तक इसे लगा सकते हैं। अप्रैल के अंत और मई की शुरुआत में भी किसान खेतों में लगा सकते हैं। इन समयों पर इसकी अनुकूल जलवायु होती है। अमेरिकन मक्का की खेती के लिए जलवायु की बात करें तो 20 से 35 डिग्री के बीच का तापमान अच्छा होता है, जो कि इन महीनों में पाया जाता है।
स्वीट कॉर्न की खेती साल में दो बार कर सकते हैं, रबी मौसम के लिए अक्टूबर से नवंबर के बीच। खरीफ मौसम में जून से जुलाई के बीच।
बरसात में मक्का की खेती
किसानों के मन में अगर सवाल है कि इस समय बरसात हो रही है तो क्या स्वीट कॉर्न की खेती कर सकते हैं? तो बता दें कि जून-जुलाई का महीना इसकी खेती के लिए अच्छा होता है। खरीफ मौसम में इसकी खेती कर सकते हैं। स्वीट कॉर्न की खेती के लिए जरूरी है कि तापमान 20 से 30 डिग्री सेल्सियस के बीच हो। अगर आपके क्षेत्र में ऐसा मौसम है तो आप इसे लगा सकते हैं।
अमेरिकन मक्का का बीज कहाँ मिलता है
अमेरिकन मक्का के बीज की तलाश है तो घर बैठे ऑनलाइन भी मंगा सकते हैं। अमेज़न की वेबसाइट पर इसे खरीद सकते हैं। वहाँ पर हाइब्रिड अमेरिकन स्वीट कॉर्न के सीड्स मिलते हैं। इसके अलावा आजकल तो कई लोग वेबसाइट बनाकर भी बीज बेचते हैं, जिनका रिव्यू चेक करके खरीद सकते हैं। साथ ही राष्ट्रीय बीज निगम के स्टोर पर भी चेक कर सकते हैं।
अमेरिकन मक्का की बुवाई कैसे करें
- किसान भाई, अमेरिकन मक्का की खेती के सही तरीके की बात करें तो लाइन में इसकी खेती करें।
- दो लाइनों के बीच की दूरी 2 फीट।
- दो पौधों के बीच की दूरी 1 फीट।
- नर्सरी बनाकर पौधों को खेत में लगा सकते हैं। बुवाई के 25 दिन बाद निराई-गुड़ाई करें। खरपतवार नियंत्रण जरूर करें। फसल पकने पर 25% नमी देख कर कटाई करें।
अमेरिकन मक्का की फसल कितने दिन की होती है
अमेरिकन मक्का की फसल के समय की बात करें तो जब बुवाई कर देते हैं, उसके बाद 70 से 80 दिन में यह तैयार हो जाती है। कुछ वैरायटी ऐसी होती हैं जिन्हें तैयार होने में 60 से 100 दिन का समय लगता है। यह किसके खेत की मिट्टी, जलवायु और उसके द्वारा चुनी गई वैरायटी पर भी निर्भर करता है। अमेरिकन मक्का की खेती के लिए बलुई दोमट और दोमट मिट्टी अच्छी मानी जाती है। बस खेत में जल निकासी की अच्छी व्यवस्था होनी चाहिए।
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अमेरिकन मक्का की खेती भारत में कहाँ होती है
अमेरिकन मक्का की खेती भारत के कई राज्यों में की जाती है जैसे मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, कर्नाटक, बिहार, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना इत्यादि। इनमें कर्नाटक सबसे बड़ा उत्पादक राज्य माना जाता है और मध्य प्रदेश के मध्य और पूर्वी जिलों में भी इसकी खेती की जाती है।
अमेरिकन मक्का की फसल कहाँ बेचें किसान
किसान भाई अगर अमेरिकन मक्का की फसल लगा लेते हैं तो तैयार होने के बाद अपने स्थानीय बाजार, अनाज मंडी तथा सीधे उपभोक्ताओं को बेच सकते हैं। थोक व्यापारियों या प्रसंस्करण कंपनियों से भी संपर्क कर सकते हैं। साथ ही किसान ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर सकते हैं। रेस्टोरेंट और होटलों से भी संपर्क कर सकते हैं जहाँ स्वीट कॉर्न से बने व्यंजन तैयार किए जाते हैं।