अगर मक्के की खेती कर रहे हैं, तो आइए जानते हैं इस समय कौन सा उर्वरक दें, जिससे ज़्यादा उत्पादन मिले, और बारिश के मौसम में फसल की सुरक्षा कैसे करें-
मक्के की खेती
मक्के की खेती में किसानों को फ़ायदा तो है, लेकिन इसके लिए किसानों को अच्छा उत्पादन भी लेना होगा और बारिश के मौसम में अपनी फसल को बर्बाद होने से भी बचाना होगा, ऐसे में हम यहाँ किसानों को फसल की वृद्धि के लिए ज़रूरी उर्वरकों का सबसे बेहतरीन मिश्रण बताने जा रहे हैं, अगर हो सके तो ये डालें, जिससे ज़्यादा उत्पादन मिलेगा
मक्के के लिए उर्वरक
तीनों उर्वरकों का ये मिश्रण मक्के की फसल के लिए बहुत अच्छा है, जिन किसानों ने 20 से 30 दिन पहले मक्के की बुवाई की थी, उन्हें अभी उर्वरक देना बहुत ज़रूरी है, जिसमें बताया जा रहा है कि आप यूरिया, सागरिका और सल्फर उर्वरक मिलाकर छिड़काव कर सकते हैं, अगर मात्रा की बात करें तो 35 कि.ग्रा. यूरिया और 5-5 किलो सल्फर व सागरिका दी जा सकती है, इससे फसल का विकास होगा, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी और उत्पादन भी बढ़ेगा।
बरसात के मौसम में क्या ध्यान रखें
मक्का उगाने वाले किसानों को ध्यान रखना चाहिए कि खेत में पानी जमा न हो, जलभराव न हो, अन्यथा फसल खराब हो सकती है। जल निकासी की व्यवस्था करें। जिन किसानों ने बरसात से पहले खेत की गहरी जुताई कर ली होगी, उन्हें अब फायदा होगा क्योंकि कई इलाकों में लगातार बारिश हो रही है। साथ ही, बरसात के मौसम में रोग और कीट की समस्या बढ़ जाती है। इसलिए किसानों को समय पर छिड़काव करना चाहिए। अगर खेत में पानी है, तो खेत के किनारों पर गड्ढा बनाकर पानी इकट्ठा करने की कोशिश करें, ताकि खेत के पानी भरने पर वह गड्ढे में चला जाए।