गेहूं की खेती में बंपर उत्पादन के लिए किसान इस काम को जरूर करें जिससे गेहूं के दाने भी चमकदार और बड़े होंगे तो चलिए जानते है कौन सा काम है।
गेहूं की खेती में जरूर करें ये काम
गेहूं की खेती किसानों के लिए बहुत फायदेमंद होती है गेहूं की खेती करने वाले किसान अच्छे उत्पादन के लिए खाद, सिंचाई कीटनाशक जैसी सभी चीजों का खास ध्यान रखते है। इसकी खेती में जरा सी लापरवाही का सीधा असर उत्पादन में पड़ता है अधिकतर किसानों ने रबी सीजन में गेहूं की बुवाई की थी। अब इस समय में गेहूं की फसल में बालियां आने समय हो गया कुछ किसानों की फसल में गेहूं बालियां आ रही है। इस बीच गेहूं की फसल में यूरिया के छिड़काव का खास काम होता है। लेकिन गेहूं की फसल में सिंचाई के दौरान यूरिया का छिड़काव नहीं करना चाहिए। यूरिया का उपयोग सही समय और सही मात्रा में लाभ का साबित होता है गलत समय और गलत मात्रा में यूरिया का उपयोग अच्छे उत्पादन को खराब भी कर सकता है। तो चलिए जानते है गेहूं की फसल में यूरिया का छिड़काव कब और कैसे करना है।
यूरिया के छिड़काव का सही समय और मात्रा
गेहूं की फसल में यूरिया का छिड़काव सिंचाई के 2 से 4 दिन बाद करना चाहिए जिससे फैलाव एक समान होता है। गेहूं की फसल में यूरिया को एकबार में नहीं डालना चाहिए बल्कि इसका उपयोग तीन भागों में बाटकर अलग-अलग समय में करना चाहिए। यूरिया का आधा भाग गेहूं की बुवाई के समय में खेत में डालना चाहिए और बची हुई यूरिया की मात्रा को दो भाग में फिर अलग करके उपयोग करना चाहिए। एक हिस्से को बुवाई के 20 से 22 दिन बाद और दूसरे हिस्से को बुवाई के 42 से 44 दिन बाद फसल में छिड़काव करना चाहिए। ऐसा करने से फसल में इसके पोषक तत्व अच्छे से पहुंचते है। जिससे उत्पादन बहुत जबरदस्त मात्रा में होता है।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।