गेहूं की कटाई के बाद खेत खाली हो रहे है ऐसे में खाली खेत में किसान इस फसल के बीज बो सकते है इस फसल की डिमांड बाजार में बहुत होती है तो चलिए जानते है कौन सी फसल की खेती है।
खेत में बो दें इस फसल के बीज
गेहूं की कटाई के बाद किसान पिपरमिंट की खेती कर सकते है पिपरमिंट की खेती में अधिक उपज के लिए अच्छी किस्म का चयन करना बहुत महत्वपूर्ण काम होता है क्योकि अच्छी किस्म न केवल अधिक पैदावार देती है बल्कि कई रोग के प्रति प्रतिरोधक भी होती है आज हम आपको पिपरमिंट की एक ऐसी किस्म के बारे में बता रहे है जो किसानों के लिए मुनाफे का सौदा साबित होती है। हम बात कर रहे है पिपरमिंट की कोसी किस्म की खेती की ये पिपरमेंट की एक उन्नत किस्म है इसे मेंथा पिपेरिटा भी कहते है ये एक लाजवाब स्वाद वाली किस्म है जिसका उपयोग गम, टूथपेस्ट, चाय और अन्य उत्पादों में किया जाता है तो चलिए इसकी खेती के बारे में जानते है।

कैसे करें खेती
अगर आप पिपरमिंट की कोसी किस्म की खेती करना चाहते है तो आपको इसकी खेती से सम्बंधित जानकारी होनी चाहिए जिससे आपको खेती करने में कोई परेशानी नहीं होगी। पिपरमिंट की कोसी किस्म की खेती के लिए जल निकासी वाली मिट्टी उपयुक्त होती है इसकी बुवाई के लिए खेत की गहरी जुताई करनी चाहिए इसके पौधे बीज और कलम दोनों के माध्यम से लगाए जा सकते है इसकी खेती में गोबर की खाद का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए। बुवाई के बाद पिपरमिंट की कोसी किस्म की फसल करीब 90 दिनों में तैयार हो जाती है।
कितनी होगी कमाई
अगर आप पिपरमिंट की कोसी किस्म की खेती करते है तो आपको इसकी खेती से बहुत जबरदस्त कमाई देखने को मिलेगी क्योकि इसके तेल की डिमांड बाजार में बहुत होती है पिपरमेंट ऑयल का उपयोग सौंदर्य प्रसाधन, पान-मसाला खुशबू, पेय पदार्थ आदि में खूब होता है एक हेक्टेयर में पिपरमिंट की कोसी किस्म की खेती करने से करीब 150 किलोग्राम तक तेल प्राप्त किया जा सकता है आप इसकी खेती से लाखों रूपए की कमाई आराम से कर सकते है। ये पिपरमिंट की उच्च उपज देने वाली किस्म है।