टमाटर के पौधे को सड़न से बचने के लिए अपनाए देसी टिप्स, और पाए पहले से ज्यादा पैदावार। टमाटर की खेती आज के समय में बड़े स्तर पर की जाती है। ऐसे में टमाटर में सड़न-गलन जैसी दिक्कतें बनी रहती है कि इसमें कई तरह के रोग भी लग जाते हैं। आइए अब हम आपको इन सब दिक्कतों से टमाटर के पौधों को बचाने के लिए कुछ देसी टिप्स बताएंगे।
टमाटर को सड़न-गलन से बचाने के देशी तरीके
1. आपको सबसे पहले इस बात पर ध्यान देना होगा कि आप जिस मिट्टी पर टमाटर के पौधे लगा रहे हैं वह मिट्टी अगर पुरानी हो जाती है तो उसको नई मिट्टी से बदल करके नई साफ और भुरभुरी मिट्टी उसकी जगह डाल देनी चाहिए।
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2. टमाटर में अगर फफूंद और रोग दिखाने लगे या टमाटर सड़ने लगे तो आपको देसी तरीका अपनाते हुए ऐसे में मिट्टी में नीम की खली का उपयोग करना होगा जिससे पौधे से फफूंद हट जाएगी और टमाटर नहीं सड़ेंगे।
3. टमाटर के पौधों पर आपको कई तरह के रोग से बचाने के लिए छाछ और नीम के पानी का छिड़काव करना होगा इससे आप कई तरह के रोगों से टमाटर के पौधे की रक्षा कर सकते है।
4. टमाटर के पौधों की अगर जड़ों में आप हल्दी या दालचीनी का पाउडर डालते हैं तो इससे टमाटर के पौधे की ग्रोथ तेजी के साथ होती है और उससे उत्पादन भी बढ़ता है।
5. पौधे की ग्रोथ को बढ़ाने और उत्पादन के लिए सबसे बेहतर वर्मीकंपोस्ट, गोबर और जैविक खाद का इस्तेमाल ही करें ऐसा इसलिए क्योंकि टमाटर केमिकल युक्त फ़र्टिलाइज़र के इस्तेमाल से सड़ जाते हैं। इससे पेड़ भी सब जाते हैं और टमाटर भी खराब हो जाते हैं।
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