Agriculture tips: गेहूं की फसल में डालें ये चमत्कारी खाद, जड़ों को मजबूत करने का बेहद कारगर उपाय पैदावार में भी होगी 4 गुनी वृद्धि, जाने नाम

गेहूं की जड़ों की मजबूती के लिए ये चीज बेहद लाभकारी और असरदार साबित होती है। इसमें मौजूद पोषक तत्व गेहूं की पैदावार को भी कई गुना बढ़ाते है तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानते है कौन सी चीज है।

गेहूं की फसल में डालें ये खाद

गेहूं की खेती किसानों के लिए बहुत ज्यादा लाभकारी होती है इसकी खेती में जैविक खाद का उपयोग सबसे फ़ायदेमदं माना जाता है। जैविक खाद न केवल पर्यावरण के लिए फायदेमंद है बल्कि गेहूं फसल की गुणवत्ता और पैदावार में भी सुधार लाती है। खासकर अगर बात करें फसलों की जड़ों की वृद्धि के बारे में तो सही जैविक खाद का चुनाव और उसका उपयोग फसल के अच्छे विकास के लिए महत्वपूर्ण होता है। आज हम आपको एक ऐसी जैविक खाद के बारे में बता रहे है जो गेहूं की फसल की जड़ो को मजबूत करने के साथ उसकी वृद्धि के लिए भी लाभकारी होती है। तो चलिए जानते है कौन सी खाद है।

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जड़ों को मजबूत करने का बेहद कारगर उपाय

हम आपको गेहूं की फसल में डालने के लिए माइकोराइजा के बारे में बता रहे है माइकोराइजा गेहूं की जड़ों को मज़बूत बनाता है साथ ही मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार करता है और मिट्टी में वायु-संचार और जल निकास को बेहतर करता है। माइकोराइजा के इस्तेमाल से जड़ों की ग्रोथ बढ़ने के साथ ये पौधों को मिट्टी में मौजूद पोषक तत्वों जैसे की फास्फोरस, जिंक, सल्फर और कैल्शियम को अवशोषित करने में मददगार साबित होता है। गेहूं की खेती में माइकोराइजा का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।

कैसे करें उपयोग

गेहूं की जड़ो को मजबूत करने के लिए माइकोराइजा का उपयोग बहुत लाभकारी और उपयोगी साबित होता है इसका उपयोग गेहूं की बुवाई के समय बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसे बीजों के साथ मिलाकर या खेत में सीधे डालकर उपयोग किया जा सकता है। लेकिन अगर बुवाई कर दी है तो भी आप माइकोराइजा का उपयोग पहली या दूसरी सिंचाई के समय गोबर की खाद में मिलाकर खेत में छिड़काव कर सकते है इसके लिए आपको 3 से 4 किलो माइकोराइजा को 55 से 60 किलो गोबर की खाद में अच्छी तरह से मिलाकर खेत में छिड़काव करना है। फिर सिंचाई करनी है जिससे ये खाद जड़ों तक पहुंच सके और गेहूं की जड़ों की वृद्धि तेजी से हो सके।

नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।

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नमस्ते दोस्तों, मैं नंदिनी । पिछले 2 साल से पत्रकारिता में काम कर रही हूं और अलग-अलग विषयों पर लिखना मुझे बहुत पसंद है। खासतौर पर खेती, बागवानी और स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों में मेरी गहरी रुचि है। मैं हमेशा कोशिश करती हूं कि आपको सच्ची और सही जानकारी दे सकूं, ताकि आप इन विषयों को अच्छे से समझ सकें। अगर आप भी इन जरूरी और दिलचस्प बातों को जानना चाहते हैं, तो जुड़े रहें https://khetitalks.com/ के साथ। धन्यवाद