गेहूं की खेती में बंपर उत्पादन के लिए ये उर्वरक बहुत ज्यादा फायदेमंद और असरदार साबित होता है तो चलिए इस लेख के माध्यम से जानते है कौन सा उर्वरक है।
गेहूं के पौधे और दाने दोनों होंगे हृष्ट-पुष्ट
गेहूं की खेती बेहद फायदेमंद होती है इसकी खेती में अच्छे उत्पादन पाने के लिए पौधों में पोषक तत्व की कमी नहीं होनी चाहिए क्योकि पोषक तत्व की कमी से पौधे अच्छे से ग्रो नहीं हो पाते है और गेहूं की बालियों में दाना अच्छे से विकसित नहीं होता है जिससे गेहूं के उत्पादन में भारी गिरावट होती है। गेहूं की फसल में पोटाश की कमी होने से गेहूं की बाली लंबी, मोटी, और मज़बूत नहीं होती है आज हम आपको एक ऐसे उर्वरक के बारे में बता रहे है जो गेहूं की फसल में पोटाश की कमी को तेजी से पूरा करता है। तो चलिए विस्तार से जानते है कौन सा उर्वरक है।

गेहूं की फसल में सिंचाई के बाद डालें ये उर्वरक
गेहूं की फसल में सिंचाई के बाद डालने के लिए हम आपको MOP यानि म्यूरेट ऑफ़ पोटाश के बारे में बता रहे है। MOP पोटाश का एक अच्छा बेहतरीन स्रोत है गेहूं की फसल में MOP डालने से गेहूं की बाली लंबी, मोटी, और मज़बूत होती है और गेहूं की पैदावार बढ़ती है साथ ही गेहूं के पौधे मजबूत होते है। इससे किसानों को गेहूं की फसल ज्यादा उत्पादन तो देगी ही साथ ही भूसा भी मोटा और चिकना होगा जो पशुओं को चारे के तौर पर दे सकते है। गेहूं की फसल में म्यूरेट ऑफ़ पोटाश का उपयोग जरूर करना चाहिए।
कैसे करें उपयोग
गेहूं की फसल में पोटाश की कमी को पूरा करने के लिए म्यूरेट ऑफ़ पोटाश (MOP) का उपयोग बहुत उपयोगी और लाभकारी साबित होता है आपको बता दें इसका उपयोग बिजाई के समय 5 किलो MOP खेत में डालना चाहिए और बाकी बची हुई मात्रा खेत में सिंचाई के बाद डालनी चाहिए। पटवन के तुरंत बाद गेहूं की फसल में करीब 20 किलो प्रति एकड़ MOP डाल सकते है ध्यान रहे MOP को यूरिया या दूसरी खादों के साथ न मिलाएं।
नोट: इस रिपोर्ट में दी गई जानकारी किसानों के निजी अनुभवों और सार्वजनिक रूप से उपलब्ध इंटरनेट स्रोतों पर आधारित है। किसी भी जानकारी का उपयोग करने से पहले कृषि विशेषज्ञों से परामर्श अवश्य करें।