आम और लीची की खेती जिन किसानों ने की है, उन्हें अगले साल अधिक उत्पादन पाने के लिए अभी से ही तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। आइये जानें खाद के बारे में-
आम और लीची के किसानों के लिए ज़रूरी खबर
आम और लीची के किसानों को इस साल अच्छा लाभ मिला है। कई किसानों ने बेहतर उत्पादन लेकर बाजार में नाम बनाया और अच्छी कमाई भी की है। इसके पीछे कारण है बेहतर गुणवत्ता वाले फल और ज्यादा उत्पादन। अगर अब आपके पेड़ों से फल निकलना बंद हो गया है, तो यह अगली फसल की तैयारी शुरू करने का समय है।
बरसात का मौसम चल रहा है। पेड़ों को इस समय खाद और नमी के साथ-साथ देखभाल की आवश्यकता होती है। साथ ही यह समय कटाई-छंटाई का भी उपयुक्त है। तो चलिए जानते हैं कि अगस्त में कौन-कौन सी खाद, कितनी मात्रा में और कैसे देनी है।
अगस्त में आम और लीची के लिए खाद
अगस्त या सितंबर में आम और लीची के पेड़ों को नीचे दिए गए बिंदुओं के अनुसार खाद देने से उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है।
- पेड़ों को समय पर उचित मात्रा में खाद मिलेगी, तभी उनका विकास अच्छी तरह होगा। वे मज़बूत बनेंगे और समय पर अधिक मात्रा में फल देंगे।
- इसके लिए आपको सबसे पहले पेड़ से लगभग 2 फीट की दूरी पर एक गोल आकार का 9 इंच गहरा गड्ढा बनाना होगा। इसके बाद, इसे थोड़ी देर खुला छोड़ दें ताकि हवा लग सके। फिर उसमें खाद डालनी है।
- खाद में आप DAP, यूरिया, MOP (म्यूरेट ऑफ पोटाश) दे सकते हैं।
- जिसमें मात्रा की बात करें तो DAP 500 ग्राम, MOP — 750 ग्राम, यूरिया — 850 ग्राम, गोबर की खाद 20 से 25 किलो इन खादों को गड्ढे में डालना है।
साथ ही, आम और लीची के पेड़ों के लिए गोबर की सड़ी हुई खाद भी बहुत उपयोगी होती है। एक पेड़ की उम्र के अनुसार उसमें खाद दें। यदि आपके पेड़ 8 से 10 साल पुराने हो चुके हैं, तो उन्हें यह खाद और मात्रा देना अत्यंत आवश्यक है।
इस खाद को डालने के फायदे
- आम और लीची के पेड़ में यूरिया-DAP और MOP डालने के कई फायदे होते हैं। यह पौधों की वृद्धि, फल की गुणवत्ता और उत्पादन को बेहतर करने में मदद करता है।
- DAP में फॉस्फोरस और नाइट्रोजन होते हैं, जो पौधों की जड़ों के विकास के लिए ज़रूरी होते हैं। यह फूल और फल की वृद्धि के लिए भी लाभकारी है।
- यूरिया में नाइट्रोजन होता है, जो पत्तियों और टहनियों के विकास में सहायक होता है। यह प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को भी बेहतर बनाता है।
- MOP रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। यह फल की गुणवत्ता में सुधार करता है और पानी के बेहतर उपयोग में मदद करता है।
- इन खादों को डालने से फल का आकार बड़ा होता है, उसमें मिठास आती है और उसका रंग भी आकर्षक बनता है।