लगाना है तो सब्जियों के राजा आलू की ये वैरायटी लगाएं, पोषक तत्वों का है खजाना, ऊँची कीमत मिलेगी होंगे मालामाल, जानें कैसे करें खेती
सब्जियों के राजा आलू की खास वैरायटी लगाएं
आलू को सब्जियों का राजा कहा जाता है, इसकी खास वैरायटी आपको हम आज बताने जा रहे हैं। जिसकी खेती करके तगड़ी कमाई की जा सकती है। क्योंकि यह बहुत शानदार वैरायटी है। सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है। मंडी में ग्राहकों को अपनी तरफ आकर्षित करेगी। देखने में एकदम अलग है। जैसा कि आप जानते हैं सामान्य आलू भूरे रंग का होता है। लेकिन यह जो आलू है कुफरी जामुनिया यह जामुनी रंग का है। अंदर से इसका गूदा भी जीवंत बैगनी रंग का है। सिर्फ रंग से अलग नहीं है यह सेहत के लिए बहुत ही ज्यादा फायदेमंद है। इसमें बताया जाता है कि एंथोसायनिन अत्यधिक मात्रा में होता है। एंटीऑक्सीडेंट भी भर भर के पाए जाते हैं।
किसानों को इससे अच्छा खासा उत्पादन मिलेगा। यह एक बायो फोर्टीफाइड किस्म है। चलिए आपको बताते हैं इसकी खेती कैसे करें, कितने दिन में इसकी फसल तैयार होगी। कितना कुंटल उत्पादन मिलेगा।
ऐसे करें कुफरी जामुनिया आलू की खेती
नीचे लेकर बिंदुओं के अनुसार जानिए को कुफरी जामुनिया आलू की खेती के बारे में कृषि विशेषज्ञों का क्या कहना है।
- सबसे पहले तो खेत की बढ़िया से जोताई करनी है और 15 से 30 टन एक हेक्टेयर में गोबर की सड़ी पुरानी खाद देनी है। जिससे मिट्टी बिल्कुल उपजाऊ हो जाए।
- मिट्टी में पोषक तत्व की कमी के अनुसार रासायनिक खाद भी दे सकते हैं। एक हेक्टेयर के हिसाब से अगर आलू की यह वैरायटी लगा रहे हैं तो 150 से 180 किलो नाइट्रोजन और 60 से 80 किलो फास्फोरस के साथ 80 से 100 किलो पोटाश इस्तेमाल कर सकते हैं। जिसमें नाइट्रोजन की आधी मात्रा बुवाई के समय करें और बाद में मिट्टी चढ़ाते समय आधी डाल सकते हैं।
- आलू की ये वैरायटी 1 हेक्टेयर में लगाएंगे तो 30 क्विंटल तक बीज लगेगा। जिससे 350 क्विंटल तक उत्पादक किसानों को प्राप्त होगा।
- मिट्टी बढ़िया से भुरभुरी बनाने के बाद पंक्तियों में बुवाई करेंगे। 50 से 60 सेंटीमीटर की दूरी रखेंगे दो पंक्तियों के बीच में और दो पौधों के बीच की दूरी 15 से 20 सेंटीमीटर तक रखें।
- उत्पादन के बाद अगर उस समय अच्छी कीमत नहीं मिलती तो लंबे समय तक स्टोर कर सकते हैं। इसकी भंडारा क्षमता भी बहुत बेहतरीन है।
- इसकी खेती हमारे देश के उत्तरी, मध्य और पूर्वी मैदाने के किसान कर सकते हैं। उनको अच्छा खासा इससे मुनाफा होगा।
- सामान्य आलू की तुलना में यह आलू किसानों को अधिक कमाई देगा। साथ ही उनकी सेहत में भी सुधार लाएगा।